वडोदरा : वडोदरा के सोनी दंपति को पीएम आवास योजना से मिली नई जिंदगी
ग्राउंड फ्लोर पर घर की चाहत, सरकारी योजना से पूरी हुई; मुस्कान लौटी अजय और खुशबू के चेहरे पर
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) ने वडोदरा के एक सामान्य परिवार को न केवल पक्की छत दी, बल्कि एक नई उम्मीद, आत्मसम्मान और स्थिरता का अनुभव भी कराया। यह प्रेरक कहानी है अजय और खुशबू सोनी की, जिनका वर्षों पुराना सपना 2025 की शुरुआत में सच हुआ।
अजय सोनी एक दुर्लभ बीमारी बीकर मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (BMD) से पीड़ित हैं, जिससे उनकी दैनिक गतिविधियाँ काफी सीमित हो गई हैं। वे पहले गोत्री स्थित जीएमईआरएस अस्पताल के प्रशासनिक विभाग में कार्यरत थे, और फिलहाल नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं। उनकी पत्नी खुशबू घरेलू कार्य और सिलाई से घर चलाने में सहयोग करती हैं।
स्वास्थ्य कारणों से उन्हें ज़मीन पर ही स्थित घर की जरूरत थी। किराये के मकानों में आए दिन असुविधाएं और अपमानजनक स्थितियों का सामना करने के बाद, दंपति ने 2022 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया। सुभानपुरा क्षेत्र में जब उन्हें योजना के अंतर्गत ग्राउंड फ्लोर पर स्थित फ्लैट आवंटित हुआ, तो वह पल उनके जीवन की सबसे बड़ी खुशखबरी बन गया। फरवरी 2025 में उन्होंने अपने नए घर में प्रवेश किया।
मेरे पति की हालत के चलते ग्राउंड फ्लोर की ज़रूरत थी और सौभाग्य से पहली ही कोशिश में हमें यह मिल गया। हमने बैंक से लोन लिया, मैंने अपने गहने बेचे, लेकिन अब हम अपनी शर्तों पर अपने घर में हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य केवल घर देना नहीं, बल्कि ऐसे लोगों को आत्मनिर्भर बनाना है जो सीमित संसाधनों के बावजूद संघर्ष कर रहे हैं। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सस्ते, पक्के और बुनियादी सुविधाओं से युक्त घर उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई थी, और आज अजय-खुशबू जैसे अनेक परिवारों के जीवन को सकारात्मक दिशा दे रही है।
सोनी परिवार की कहानी यह दर्शाती है कि जब सरकारी योजनाएं सही हाथों तक पहुँचती हैं, तो वे केवल इमारतें नहीं, बल्कि आशा, आत्मविश्वास और गरिमा की नींव रखती हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना सिर्फ योजना नहीं, लाखों लोगों के लिए जीवन का टर्निंग पॉइंट बन गई है।