वडोदरा : व्हाइट मनी के नाम पर 1.75 करोड़ की ठगी, गिरोह का मुख्य सूत्रधार गिरफ्तार
मुंबई के मैनेजर को वडोदरा बुलाकर किया फर्जीवाड़ा, नकद रकम लेकर फरार हो गए थे आरोपी
मुंबई के एक निजी कंपनी के मैनेजर को 1.75 करोड़ रुपये को व्हाइट मनी में बदलने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के मुख्य सूत्रधार मोहम्मद इकबाल को वडोदरा क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई सूरत निवासी आरोपी को कासम आला कब्रिस्तान से एसएसजी रोड पर धर दबोच कर की गई।
घटना नवंबर 2024 की है, जब मुंबई निवासी मंसूर अली पठान ने मांजलपुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था। उन्होंने बताया था कि कर्नाटक स्थित अपना घर बेचकर मिले 1.75 करोड़ रुपये को व्हाइट कराने के लिए उनके आणंद के मित्र विमल पटेल ने उन्हें वडोदरा बुलाया था।
पठान ने यह राशि अंगड़िया माध्यम से वडोदरा भेजी और एक होटल में रुके। विमल ने वहां अपने परिचित दर्शन सिंह राजपूत को बुलाया, जिन्होंने पठान की मुलाकात चिराग रतिलाल शाह (मुंबई) और घनश्याम चिमनभाई पटेल (मांजलपुर) से करवाई।
इन सभी ने मिलकर पठान को वडसर स्थित पैराडाइज पार्क कार्यालय में ले जाया, जहां इकबाल और राहुल ने उनसे नकद रकम ली और आश्वासन दिया कि उन्हें फिजिक्स वाला प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के खाते से व्हाइट मनी ट्रांसफर की जाएगी। इसके बाद सभी आरोपी नकदी लेकर फरार हो गए।
इस मामले में अपराध शाखा ने लंबे समय से फरार चल रहे आरोपियों की तलाश शुरू की थी और अंततः सूरत के मदारीवाद इलाके में रहने वाले मोहम्मद इकबाल मोहम्मद इब्राहिम शेख को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अब गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और जल्द ही राहुल, चिराग और घनश्याम पटेल को भी पकड़ने की संभावना है। क्राइम ब्रांच यह भी जांच कर रही है कि गिरोह ने और कितने लोगों को इसी तरह झांसे में लेकर ठगा है।