सूरत : स्वच्छता सर्वेक्षण टीम के संभावित दौरे से नगर निगम अलर्ट
स्वच्छता रैंकिंग बनाए रखने के लिए नगर निगम की तैयारियां तेज, नागरिक फीडबैक रहेगा अहम
सूरत। देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल सूरत को अपनी स्वच्छता रैंकिंग बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास करने पड़ रहे हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 के मद्देनजर सूरत नगर निगम (एसएमसी) पूरी तरह अलर्ट हो गया है। बुधवार को स्वच्छता सर्वेक्षण टीम के शहर में आने की सूचना मिलते ही नगर निगम की सफाई व्यवस्था तेज कर दी गई।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के तहत केंद्रीय टीम सूरत के स्वच्छता उपायों का निरीक्षण करने पहुंची थी। इस बार भी टीम शहर के 30 चुनावी वार्डों में 890 स्थानों का सर्वेक्षण कर रही है। यह निरीक्षण बिना किसी पूर्व सूचना के किया जाएगा। टीम सूरत के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर जमीनी हकीकत की पड़ताल करेगी, जिसमें वाणिज्यिक और आवासीय इलाकों की सफाई व्यवस्था, सड़क स्वच्छता और कचरा प्रबंधन जैसे पहलू शामिल होंगे।
इस वर्ष की स्वच्छता रैंकिंग में सूरत, इंदौर और मुंबई के बीच कोई सीधी प्रतिस्पर्धा नहीं होगी, लेकिन नागरिक फीडबैक अंक बहुत महत्वपूर्ण साबित होंगे। ऑनलाइन फीडबैक प्रक्रिया पहले से ही शुरू हो चुकी है, जिसमें नगर पालिका द्वारा किए गए स्वच्छता प्रयासों को लेकर 10 प्रश्नों के उत्तर नागरिकों से मांगे जा रहे हैं।
सूरत पिछले वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में पहले स्थान पर था, इसलिए इस उपलब्धि को बनाए रखने के लिए नगर निगम पूरी तरह सक्रिय है। हालांकि, नागरिक जागरूकता की कमी के कारण शहर के कुछ हिस्सों में अभी भी गंदगी देखने को मिल रही है। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि स्वच्छता केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं है, बल्कि इसमें नागरिकों की भागीदारी भी जरूरी है।
स्वच्छता सर्वेक्षण टीम के आकस्मिक निरीक्षण और नागरिक फीडबैक को ध्यान में रखते हुए, सूरत नगर निगम ने सफाई अभियान को और तेज कर दिया है। अब देखना होगा कि इस बार सूरत अपनी स्वच्छता रैंकिंग को कैसे बनाए रखता है।