सूरत : शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट में लगी आग 30 घंटे बाद बुझी, लेकिन कुलिंग का काम जारी
400 से 500 करोड़ रुपये के नुकसान की संभावना
शहर के रिंग रोड स्थिति शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट में भीषण अग्निकांड पर काबू पाया जा सका है, लेकिन अभी भी कुलिंग की कार्रवाई जारी है। एक अनुमान के अनुसार आग लगने से तकरीबन 400 से 500 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। मार्केट में आग मंगलवार को लगी थी लेकिन बुधवार सुबह सात बजे एक बार फिर से आग लग जाने से स्थिति बिगड़ गई। दमकल की दो दर्जन से अधिक गाड़ियों और 200 कर्मचारियों ने करीब 30 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया, लेकिन कही-कहीं रुक-रुक कर धुंए उठने लगते हैं।
उल्लेखनीय है मंगलवार की सुबह मार्केट के बेसमेंट में आग लग गई, जहां कपड़ा स्टॉक रखा हुआ था। अग्निशमन कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया, लेकिन बुधवार सुबह आग फिर भड़क उठी और यह तेजी से चार मंजिला इमारत में फैल गई। इसके बाद स्थिति बिगड़ती चली गई। इस दौरान लगभग आधी दुकानें जलकर खाक हो गईं। आग की चपेट में आने से मंगलवार को एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार मार्केट में लगी आग को बुझाने के लिए लगभग 45 लाख लीटर पानी का इस्तेमाल किया गया। इस बाजार में 850 से अधिक दुकानें है, जिनमे से तकरीबन आधी दुकानें जलकर खाक हो गई है।
पांचवी मंजिल पर कुलिंग का काम जारी : फोस्टा प्रमुख
फोस्टा प्रमुख कैलाश हाकीम ने बताया कि दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत आग पर काबू तो पा लिया लेकिन अभी भी कुलिंग का काम जारी है। रुक-रुक कर कहीं न कहीं से धुएं उठने से आग की संभावना बनी हुई है। गुरुवार देर रात तक पांचवी मंजिल पर कुलिंग की कार्रवाई जारी रही। शुक्रवार को मार्केट पूरी तरीके से बंद रहेगा और सभी फ्लोर पर कुलिंग की कार्रवाई के बाद ही मार्केट चालू होगा।
सभी आढ़तिया-एजेंट शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट के व्यापारियों का पेमेंट तत्काल रीलीज करें : प्रहलाद अग्रवाल
आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत के प्रमुख प्रहलाद अग्रवाल ने सभी आढ़तिया एवं एजेंटों से शिवशक्ति टैक्सटाइल मार्केट में आग की घटना से प्रभावित सभी व्यापारियों के जो भी पेमेंट बकाये हो उन्हें एक सप्ताह के अंदर रीलीज करने की अपील की है, ताकि व्यापारियों को सही मायने में राहत मिल सके। उन्होंने बताया कि नुकसान के सही आंकड़े तो दुकानें खुलने के बाद ही आ पाएगी, लेकिन एक अनुमान के मुताबिक 400 करोड़ से अधिक के नुकसान की संभावना जताई जा रही है।