गुजरात : उत्तर गुजरात के वडनगर में स्थापित होगा निर्माण कौशल प्रशिक्षण संस्थान 

गुजरात : उत्तर गुजरात के वडनगर में स्थापित होगा निर्माण कौशल प्रशिक्षण संस्थान 

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में गांधीनगर में लार्सन एंड टुब्रो ने वडनगर में सीएसटीआई की स्थापना के लिए राज्य सरकार के साथ एमओयू किया

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की प्रेरक उपस्थिति में शनिवार को गांधीनगर में राज्य सरकार के श्रम, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग तथा लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) लिमिटेड के बीच गांधीनगर में एक महत्वपूर्ण एमओयू किया गया। इस एमओयू के अंतर्गत एलएंडटी उत्तर गुजरात के वडनगर में निर्माण कौशल प्रशिक्षण संस्थान (कंस्ट्रक्शन स्किल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट-सीएसटीआई) की स्थापना करेगी। राज्य सरकार के श्रम, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग द्वारा इस संस्थान के लिए दस एकड़ भूमि आवंटित की जाएगी। अनुमानित 22 करोड़ रुपए की लागत से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन्मभूमि वडनगर में शुरू होने वाले इस संस्थान के भवन का निर्माण, अन्य ढाँचागत सुविधाओं, प्रशिक्षुओं के आवास-भोजन आदि सुविधाओं का खर्च एलएंडटी द्वारा सामाजिक-निगमित दायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत किया जाएगा।

श्रम, रोजगार तथा उद्योग मंत्री बळवंतसिंह राजपूत, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एम. के. दास तथा श्रम, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के प्रधान सचिव डॉ. विनोद राव भी इस एमओयू साइनिंग अवसर पर उपस्थित रहे। यह संस्थान उत्तर गुजरात में धरोई बांध क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यों, भारतमाला प्रोजेक्ट तथा निर्माण क्षेत्र के अन्य मेगा प्रोजेक्ट्स के लिए निर्माण टेक्नोलॉजी के ज्ञान-कौशल से सज्ज प्रशिक्षित युवाधन उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह प्रशिक्षण संस्थान विशेष रूप से साबरकाँठा, बनासकाँठा, मेहसाणा तथा पाटण जिलों के युवाओं के लिए उपयोगी होगा।

इस इंस्टीट्यूट में स्ट्रक्चरल एंड फिनिशिंग टेक्नीशियन, स्मार्ट सिटीज के लिए (सीसीटीवी तथा ओएफसी) टेक्नीशियन, सोलर एंड ट्रांसमिशन लाइन टावर इरेक्शन टेक्नीशियन तथा फायर लाइफ सेफ्टी एंड टेक्नीशियन जैसे अल्पकालिक पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को आवास-भोजन आदि की सुविधा प्रदान की जाएगी तथा हर वर्ष 1000 से अधिक युवा इन अल्पकालिक पाठ्यक्रमों का लाभ ले सकेंगे। इस अवसर पर राज्य सरकार की ओर से गुजरात स्टेट स्किल डेवलपमेंट मिशन के निदेशक के. डी. लाखाणी तथा एलएंडटी की ओर से वाइस प्रेसिडेंट (एचआर) जे. काबिलन ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर कर दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया।