गुजरात :  नर्सिंग परीक्षा में नकल को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने बुलाई बैठक, छात्र हित में निर्णय लेने का दिया आश्वासन

 सरकार सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए सक्षमता पूर्वक निर्णय लेगी

गुजरात :  नर्सिंग परीक्षा में नकल को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने बुलाई बैठक, छात्र हित में निर्णय लेने का दिया आश्वासन

गुजरात में परीक्षा पेपर लीक और परीक्षा घोटाले को लेकर सवाल उठते रहे हैं। अब नर्सिंग परीक्षा में फिर घोटाला सामने आया है, जिससे पूरे राज्य में विवाद पैदा हो गया है। नर्सिंग परीक्षा की उत्तर कुंजी में एबीसीडी क्रम में जवाब लगाये थे। लोगों का आरोप है कि कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा प्रयास किया गया है। परिणामस्वरूप, गुजरात तकनीकी विश्वविद्यालय और राज्य स्वास्थ्य विभाग संदेह के घेरे में आ गया है। इस बीच, जीटीयू ने इस पूरे मामले पर राज्य स्वास्थ्य विभाग को एक रिपोर्ट सौंप दी है। इस मुद्दे पर गुरुवार (13 फरवरी) को स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें छात्रों के हित में निर्णय लेने की बात कही गई है।

नर्सिंग परीक्षा में नकल के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल की अध्यक्षता में बैठक करीब 2 से 3 घंटे तक चली, जिसमें जीटीयू के रजिस्ट्रार और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूरे मुद्दे पर चर्चा की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारी तृप्ति देसाई और स्वास्थ्य आयुक्त हर्षद पटेल मौजूद थे। पूरे मामले को लेकर स्वास्थ्य आयुक्त ने कहा कि जीटीयू के कुलपतियों और हमने सभी मामलों को ध्यान में रखते हुए एक ब्रीफिंग की है। सरकार सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए सक्षमता पूर्वक निर्णय लेगी। इसके अलावा छात्रों को आश्वासन दिया गया कि यह निर्णय छात्रों के सर्वोत्तम हित में लिया जाएगा।

1903 स्टाफ नर्सों के पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया आयोजित की गई है, लेकिन स्टाफ नर्स परीक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जांच की जिम्मेदारी गुजरात तकनीकी विश्वविद्यालय को सौंपी थी। लेकिन, विभिन्न प्रकार के पेपरों की उत्तर कुंजी में सही उत्तर ABCD क्रम में लिखे गए थे। इसलिए परीक्षा में घोटाले की आशंका व्यक्त की गई है। आमतौर पर उत्तर कुंजी में उत्तर विकल्पों को क्रम से व्यवस्थित नहीं किया जाता है, यही वजह है कि इस मामले पर विवाद हो रहा है।