सूरत : 111 पिताविहीन बेटियों का भावनात्मक विवाह समारोह
'पर्यावरण संरक्षण 50,000 तुलसी के पौधों का वितरण, अंगदान जागरूकता' तख्तियों से लोगों को किया प्रेरित
सूरत। सूरत के पी.पी. सवाणी परिवार ने अपने परोपकारी कार्यों की परंपरा को कायम रखते हुए इस वर्ष भी 111 पिताविहीन बेटियों का विवाह समारोह आयोजित किया। यह भव्य आयोजन अब्रामा स्थित पी.पी. सवाणी चैतन्य विद्यासंकुल में संपन्न हुआ। इस समारोह में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, प्रसिद्ध रामकथाकार पूज्य मोरारी बापू, और अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर कन्यादान करते हुए कहा कि महेशभाई सवाणी पिछले 16 वर्षों में 5274 बेटियों के विवाह का दायित्व निभा चुके हैं। उन्होंने सवाणी परिवार की सेवा भावना और सामाजिक जिम्मेदारी की प्रशंसा करते हुए कहा,"स्वयं कमाकर दूसरों को खिलाना हमारी संस्कृति है। बिना पिता की बेटियों का विवाह कर सवाणी परिवार ने एक नायाब उदाहरण प्रस्तुत किया है।"
उन्होंने सवाणी परिवार के इस कार्य को 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के दृष्टिकोण का साकार स्वरूप बताया।समारोह की मुख्य विशेषताएंसामाजिक और पर्यावरणीय संदेश भी है।समारोह में 50,000 तुलसी के पौधे वितरित किए गए, जो पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक थे।अंगदान और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए संदेश तख्तियां भी वितरित की गईं।
गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान
एक ही समारोह में 50,000 तुलसी पौधों का वितरण, 370 फीट लंबे तोरण का निर्माण, और 5274 बेटियों के विवाह का आयोजन तीन रिकॉर्ड बने।
शादी की सभी रस्में जैसे मेहंदी, मंडपमुहूर्त, करियावर परिवारिक माहौल में पूरी की गईं। विवाह उत्सव को सामूहिक शादी से अधिक पारिवारिक शादी का रूप दिया गया।
महेशभाई सवाणी ने बेटियों को केवल कन्यादान तक सीमित न रखते हुए यह आश्वासन भी दिया कि यदि किसी दामाद की मृत्यु हो जाती है, तो बेटी को आजीवन 10,000 रुपये प्रति माह की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
समारोह में बेटियों की विदाई का क्षण सबसे भावुक था। विदाई गीतों के बीच 111 बेटियों ने अपने पालक पिता महेशभाई को गले लगाकर आंसुओं के साथ विदा लीं। इस पल ने वहां उपस्थित हर व्यक्ति को भावुक कर दिया।
महेशभाई सवाणी ने अपनी बेटियों को संदेश दिया
"परिवार को एकजुट रखना, दयालु रहना, और वैवाहिक जीवन की जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा से निभाना।" उन्होंने यह भी कहा कि यह आयोजन सिर्फ सामाजिक सेवा नहीं है, बल्कि पिता बनने की जिम्मेदारी निभाने का प्रयास है।
इस समारोह में कई प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हुए, जिनमें प्रमुख हैं:
वन पर्यावरण मंत्री मोलूभाई बेरा, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी , रामकथाकार मोरारी बापू , संत इंद्रभारतीजी और अन्य सामाजिक व राजनीतिक हस्तियां।
सवाणी परिवार का यह आयोजन समाज में एक मिसाल पेश करता है। पितृविहीन बेटियों को सहारा देकर, उनका विवाह कराकर, और जीवनभर उनकी देखभाल का जिम्मा उठाकर उन्होंने न केवल बेटियों के जीवन में नया रंग भरा है, बल्कि मानवीयता और सेवा का अद्भुत उदाहरण भी प्रस्तुत किया है।