सूरत में रीजनल टैक्स कॉन्क्लेव 2024: कर परिदृश्य को समझने का सुनहरा अवसर
सीएमए सूरत चेप्टर द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में कर विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे
सूरत। इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICMAI) के सूरत दक्षिण गुजरात चैप्टर द्वारा "रीजनल टैक्स कॉन्क्लेव 2024" का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम शनिवार, 14 दिसंबर 2024 को परफॉर्मिंग आर्ट्स सेंटर, एलपी सावनी रोड, अडाजण, सूरत में आयोजित होगा। पहली बार आयोजित होने वाला यह कॉन्क्लेव कराधान से जुड़े विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा और समाधान प्रस्तुत करने के लिए मंच प्रदान करेगा।
इस बार कॉन्क्लेव का मुख्य विषय है "कराधान परिदृश्य को नेविगेट करना: अवसर और चुनौतियाँ"। इसमें भारत के प्रमुख कर विशेषज्ञ कर सुधारों, रणनीतियों और कर अनुपालन में सटीकता के कार्यान्वयन पर चर्चा करेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य व्यवसायों और पेशेवरों को कर प्रणाली के विकासशील परिदृश्य के साथ तालमेल बिठाने में मदद करना है ।
एक दिवसीय कॉन्कलेव का उद्घाटन सूबह 10.30 बजे होगा उसके बाद विभिन्न सत्र में प्रमुख वक्ता संबोधन करेंगे। कार्यक्रम में निम्नलिखित सत्र होंगे, जिन्हें विभिन्न विशेषज्ञ संबोधित करेंगे।
टैक्स मुकदमेबाजी में अधिकारियों और अदालतों के समक्ष प्रतिनिधित्व कैसे करें: सीए डॉ. अविनाश पोद्दार,
जीएसटी एमनेस्टी योजना: सीएमए अनिल शर्मा
सीमा शुल्क ऑडिट और हाल के रुझान: सीएमए अमित एस. अग्रवाल
चालान प्रबंधन प्रणाली: सीएमए राहुल चिंचोलकर
ऐतिहासिक निर्णय और वार्षिक रिटर्न पर उनका प्रभाव: सीएमए शैलेन्द्र सक्सेना
जीएसटीआर 9 और 9सी की तुलना कंपनी अधिनियम से: सीएमए दीपक जोशी कॉन्कलेव को संबोधित करेंगे
सूरत दक्षिण गुजरात चैप्टर के अध्यक्ष कैलाश सी. गुप्ता ने कहा कि सूरत व्यापार करने में आसानी और व्यापार अनुकूल वातावरण प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। जीएसटी की वजह से व्यापारिक वृद्धि और सकारात्मक बदलाव सूरत के व्यापार समुदाय के लिए अत्यधिक फायदेमंद साबित हुए हैं।
डब्ल्यूआईआरसी के अध्यक्ष अरिंदम गोस्वामी ने कहा, "जीएसटी व्यापार वृद्धि में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह क्षेत्रीय कर कॉन्क्लेव व्यापार और वित्तीय पेशेवरों के विकास में योगदान करेगा।"
डब्ल्यूआईआरसी के सचिव नेन्टी शाह ने कहा कि "जीएसटी नियमों और सुधारों का निरंतर विकास सूरत और क्षेत्र के पेशेवर दृष्टिकोण को आकार दे रहा है।"
यह कॉन्क्लेव उद्योग विशेषज्ञों, कर पेशेवरों और वित्तीय विशेषज्ञों को एक मंच प्रदान करेगा, जहां वे ज्ञान साझा कर सकते हैं, कौशल विकसित कर सकते हैं और नेटवर्किंग कर सकते हैं। यह कर अनुपालन और उसकी जटिलताओं से निपटने के लिए व्यावसायिक रणनीतियों पर प्रकाश डालेगा।
रीजनल टैक्स कॉन्क्लेव 2024 न केवल सूरत के कारोबारी समुदाय के लिए, बल्कि देशभर के वित्तीय पेशेवरों के लिए भी एक अहम अवसर साबित होगा।