सूरत : कपड़ा उद्योग को मिलेगी नई ऊंचाइयां, आधुनिक तकनीक पर जोर
एसजीसीसीआई आयोजित टेक्सटाइल वीक में उद्योगपतियों को दी गई बाजार की अद्यतन जानकारी
सूरत : सूरत के कपड़ा उद्योग को नई ऊंचाइयां देने के लिए दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने शनिवार को एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। 'टेक्सटाइल वीक' के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में उद्योगपतियों को बुनाई तकनीक में नवीनतम विकास और वैश्विक बाजार में भारत के कपड़े के निर्यात की संभावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
चेम्बर के अध्यक्ष, विजय मेवावाला ने कहा कि देश में रेडीमेड कपड़ों की मांग बढ़ रही है और सूरत के उद्योगपतियों को इस बढ़ती हुई मांग का लाभ उठाना चाहिए।
कार्यक्रम में कुशल टेक्सटाइल इंस्टीट्यूट के निदेशक, मिनेश अधावर्यु ने कहा, "आधुनिक तकनीक से कपड़ा उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा दोनों में वृद्धि होगी।" उन्होंने विभिन्न प्रकार की बुनाई तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया और एयरजेट और रेपियर मशीनों के बढ़ते महत्व पर जोर दिया।
चैंबर के पूर्व अध्यक्ष, आशीष गुजराती ने मानव निर्मित फाइबर यानी एमएमएफ के बढ़ते वैश्विक बाजार पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "एमएमएफ में भारत के पास अपार संभावनाएं हैं। हमें अमेरिका, यूरोप और अन्य देशों में अपने निर्यात को बढ़ाना चाहिए।
फोगवा के अध्यक्ष, अशोक जिरावाला ने उद्योगपतियों से गुणवत्ता पर ध्यान देने और नवीनतम तकनीकों को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "कपड़ा उद्योग को जीवित रहने के लिए दूरदर्शी गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।"
चेम्बर के जीएफआरआरसी के अध्यक्ष गिरधर गोपाल मूंदडा ने कहा कि कपड़ा उद्योग में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रहे रुझानों की जानकारी देने के साथ ही कपड़ा उद्योग व व्यापारियों को क्या बदलाव करने की जरूरत है, इस बारे में मार्गदर्शन देने के उद्देश्य से पिछले दस वर्षों से कपड़ा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है।
चेम्बर उपाध्यक्ष निखिल मद्रासी, मानद मंत्री नीरव मांडलेवाला एवं कपड़ा उद्यमी उपस्थित थे। जीएफआरआरसी समिति के सह-अध्यक्ष अमरीश भट्ट ने कार्यक्रम का संचालन किया और उपस्थित सभी को धन्यवाद दिया। विशेषज्ञ वक्ताओं ने कपड़ा उद्योगपतियों और व्यापारियों के विभिन्न प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया और सेमिनार संपन्न हुआ।