राजस्थान औषधालय का केल डी3 प्लस कैप्सूल रखे मनुष्य के कैल्शियम का ख्याल!
आयुर्वेदिक अश्वगंधा, शंख भस्म सहित अनेक जड़ी बूटियों से बनी ये दवा
अक्सर देखा जाता है कि शरीर में कैल्शियम की कमी होने के कारण एक सामान्य व्यक्ति कई बीमारियों का शिकार हो जाता है। वर्तमान समय में हमारे दैनिक जीवन में जंक फुड के साथ-साथ अन्य प्रकार के ऐसे पदार्थ का सेवन किया जा रहा है, जिससे शरीर में कैल्शियम की मात्रा में भारी गिरावट देखी जा रही है।
शौधकर्ताओं ने माना है कि कैल्शियम की कमी होने से इसके लक्षण तुरंत नजर नहीं आते हैं और इसका कई दिनों बाद पता चलता है। कई बार कैल्शियम की कमी होने से सामान्य व्यक्ति को थकान या कमजोरी महसूस होने, हडि़यों का कमजोर होना, भूख ना लगना, हाथों का अचानक सुन्न होना, याददाश्त कमजोर पड़ना, स्किन का ड्राई होना, महिलाओं में पीरियड्स के दौरान अत्यधिक दर्द होने के साथ ही इम्यूनिटी कमजोर होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
क्यों जरूरी है कैल्शियम : राजस्थान औषधालय प्रा.लि. https://raplgroup.in/ (आरएपीएल ग्रुप ) मुम्बई की बीएएमएस, एम.डी. डॉ. भक्ति की मानें तो मनुष्य के शरीर में हड्डियों के विकास के लिए कैल्शियम बेहद आवश्यक माना जाता है। साथ ही हड्डियों एवं मांसपेशियों, कोशिकाओं और हृदय व नसों के सुचारू रूप से काम करने के लिए बेहद जरूरी माना जाता है। उन्होंने बताया कि कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाने के लिए डाइट में ऐसी चीजो को शामिल करें जिसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता हो।
शरीर में कैल्शियम की कमी खान पान में लापरवाही के कारण तो होती ही है
डॉ. भक्ति ने बताया शरीर में कैल्शियम की कमी खान पान में लापरवाही के कारण तो होती ही है। कई बार ये किसी तरह की दवाओं के सेवन, डायटरी इंटॉलरेंस, हार्माेनल बदलाव, मेनोपॉज, न्यूट्रिशन की कमी और कई बार जेनेटिक बदलाव के कारण भी हो सकता है। शरीर में विटामिन डी की कमी से भी कैल्शियम का अवशोषण बेहतर तरीके से नहीं हो पाता है। शरीर में कैल्शियम को जल्द बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का ईस्तेमाल किया जाएं, तो कैल्शियम की मात्रा बढ़ सकती है। इसके लिए राजस्थान औषधालय को केल-डी 3 प्लस कैप्सूल है, जो आयूर्वेदिक जड़ी बूटियों से बना है। इसमें अश्वगंधा, शंख भस्म की मात्रा का उपयोग किया गया हैं। इसमें केल्शियम, आयरन, प्रोटीन विटामिन-डी होता है। साथ ही इसमें विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में पाई जाती है, जिसके सेवन से हडि़यां मजबूत होती है। खासकर किशोर और बड़े हो रहे बच्चों के विकास के लिए भी कैल्शियम मदद करता है।
केल डी 3 प्लस कैप्सूल में अश्वगंधा का समावेश किया गया है
राजस्थान औषधालय के केल डी 3 प्लस कैप्सूल में अश्वगंधा का समावेश किया गया हैं, जिससे की मनुष्य की हड्डियाँ मजबूत होती हैं, और कैल्शियम और फास्फोरस की कमी नहीं होती है। जिस तरह से आज की जीवन शैली ज्यादातर लोग दिन भर बैठे रहते हैं और दिन भर अनहेल्थी खाना खाते हैं। इसके कारण से उनकी हड्डियां भी कमजोर होती चली जाती है, ऐसे में केल डी 3 प्लस कैप्सूल जिसमें अश्वगंधा का उपयोग किया हैं, इसके सेवन करने से आपकी हड्डियों के साथ मांसपेशियां भी मजबूत होने लगती हैं, साथ ही लंबे समय तक आपकी हड्डियों की डेंसिटी भी बढ़ती है और हड्डियां चौड़ी होने लगती है।
आयुर्वेद में अश्वगंधा से कई समस्याओं को दूर करने में उपयोगी माना जाता हैं
आयुर्वेद में अश्वगंधा से कई समस्याओं को दूर करने में उपयोगी माना जाता हैं, साथ ही इसे बेहद महत्वपूर्ण औषधियों में गिना जाता है. इसके अंदर आयरन, विटामिन सी, फैट, प्रोटीन, कैल्शियम आदि पोषक तत्व मौजूद होते है।
कैसे करें कैल्शियम को बढ़ाने वाली दवा का उपयोग - डॉ. भक्ति बताती हैं कि केल डी 3 प्लस कैप्सूल का सेवन दिन में दो बार किया जा सकता है। इसके सेवन से आपके शरीर की थकान दूर होना, हडि़यों मजबूत होना, इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होगा। खासकर ये बच्चे और महिलाओं में के लिए काफी कारगर और जरूरी है।