सूरत : शहर में पहली बार वेस्टर्न कीर्तन के साथ श्रीमद्भगवद गीता पाठ्यक्रम का आयोजन

9 से 11 अप्रैल तक सरदार पटेल स्मृति भवन में होगा आयोजन, युवाओं को संगीत और दर्शन के माध्यम से गीता से जोड़ने का प्रयास

सूरत : शहर में पहली बार वेस्टर्न कीर्तन के साथ श्रीमद्भगवद गीता पाठ्यक्रम का आयोजन

सूरत शहर में आध्यात्मिकता और नवाचार का अनूठा संगम देखने को मिलेगा, जब "सोशल आर्मी ट्रस्ट- सूरत" द्वारा पहली बार वेस्टर्न कीर्तन के साथ श्रीमद्भगवद गीता पाठ्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 9, 10 और 11 अप्रैल 2025 को वराछा रोड स्थित सरदार पटेल स्मृति भवन में रात्रि 8:00 बजे से 11:30 बजे तक आयोजित होगा।

इस आयोजन के मुख्य वक्ता होंगे गुजरात के प्रसिद्ध सामान्य वक्ता पारसभाई पांधी, जो कठिन आध्यात्मिक विषयों को सरल भाषा में प्रस्तुत करने के लिए जाने जाते हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जाने-माने उद्योगपति, सामाजिक कार्यकर्ता और श्रीमद्भगवद गीता को अपने जीवन का मार्गदर्शक मानने वाले गोविंद काका ढोलकिया विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। वे अपने जीवन में गीता के प्रभाव और बदलावों को साझा करेंगे।

इस पाठ्यक्रम की सबसे अनोखी विशेषता यह है कि गुजरात की प्रसिद्ध कलाकार उर्वशी रदाडिया के माध्यम से वेस्टर्न म्यूजिक शैली में संकीर्तन प्रस्तुत किया जाएगा। इसका उद्देश्य युवाओं को पश्चिमी संस्कृति की ओर झुकाव के बीच गीता और भागवत नाम संकीर्तन की ओर आकर्षित करना है। इस कार्यक्रम की ग्राफिक प्रस्तुति भी विशेष रूप से तैयार की गई है, जो देखने योग्य होगी।

कार्यक्रम आयोजकों के अनुसार, “श्रीमद्भगवद गीता भगवान श्रीकृष्ण की सांस और हमारी आस्था का मूल है। यह पाठ्यक्रम युवाओं के मन, आत्मा और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करेगा।” इस आयोजन को दर्शन और संगीत के अद्भुत संगम के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, जो आत्मिक ऊर्जा के माध्यम से युवाओं को नशा मुक्त जीवन और गीता के सिद्धांतों से जोड़ने का माध्यम बनेगा। यह आयोजन सूरत शहर के लिए न केवल एक आध्यात्मिक प्रेरणा बनेगा, बल्कि एक सांस्कृतिक नवाचार का उदाहरण भी प्रस्तुत करेगा।

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