सूरत : गर्मी की छुट्टियों में रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के लिए ड्रोन से होगी निगरानी

उधना स्टेशन पर सफल प्रयोग के बाद पश्चिम रेलवे ने दो महीने तक ड्रोन से निगरानी का निर्णय लिया, यात्रियों की सुरक्षा और व्यवस्था पर रखी जाएगी पैनी नजर

सूरत : गर्मी की छुट्टियों में रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के लिए ड्रोन से होगी निगरानी

सूरत। गर्मी की छुट्टियों के दौरान रेलवे स्टेशनों पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए पश्चिम रेलवे ने भीड़ नियंत्रण और यात्री सुरक्षा के लिए तकनीकी निगरानी प्रणाली को अपनाया है। उधना रेलवे स्टेशन पर ड्रोन से निगरानी का सफल परीक्षण होने के बाद, अब आगामी दो महीनों तक ड्रोन की सहायता से यात्रियों की आवाजाही और स्टेशन परिसर की निगरानी की जाएगी।

हर साल गर्मी के मौसम और त्योहारों के दौरान यूपी, बिहार, राजस्थान और ओडिशा जैसे राज्यों के लाखों यात्री सूरत और उधना रेलवे स्टेशनों से अपने गृहनगर की ओर प्रस्थान करते हैं। इस दौरान स्टेशन पर भीड़ और अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा होती है। इस चुनौती से निपटने के लिए ड्रोन तकनीक को एक कारगर उपाय के रूप में अपनाया गया है।

हाल ही में उधना रेलवे स्टेशन पर 10,000 से अधिक यात्रियों की भीड़ के बीच ड्रोन निगरानी का सफल प्रयोग किया गया था। इस प्रयोग के सकारात्मक परिणामों को देखते हुए अब ड्रोन की मदद से स्टेशन के अंदर और बाहर, प्लेटफॉर्म, सर्कुलेशन एरिया और फुट ओवर ब्रिज जैसी जगहों पर सुबह 4 बजे से दोपहर 12 बजे तक निगरानी की जाएगी।

आरपीएफ और जीआरपी की निगरानी में यह अभियान इंस्टाग्रीन टेक्नोलॉजी के सहयोग से चलाया जाएगा। इसके तहत स्टेशन पर एक केंद्रीय निगरानी नियंत्रण कक्ष (Central Monitoring Unit) स्थापित किया गया है, जहां से ड्रोन फुटेज की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी।

ड्रोन निगरानी का प्रमुख उद्देश्य प्लेटफॉर्म पर भीड़ की वास्तविक स्थिति का आकलन, अव्यवस्था से बचाव के लिए त्वरित निर्णय, सुरक्षा जोखिमों की पूर्व पहचान, अनारक्षित ट्रेनों जैसे ताप्ती गंगा एक्सप्रेस और अंत्योदय एक्सप्रेस के समय अधिक ध्यान देना है।

रेल प्रशासन का मानना है कि तकनीक का यह प्रयोग भविष्य में रेलवे स्टेशनों की कार्यप्रणाली को और अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित बना सकता है।