सूरत : डोनेट लाइफ के प्रयासों से किरण अस्पताल में अंगदान से चार को नया जीवन

ब्रेन डेड किरण पाटिल के अंगदान से दो लोगों को किडनी और दो को नेत्र प्रत्यारोपण से मिली नई जिंदगी

सूरत : डोनेट लाइफ के प्रयासों से किरण अस्पताल में अंगदान से चार को नया जीवन

सूरत। अंगदान के क्षेत्र में अग्रणी बनते जा रहे सूरत शहर में एक और प्रेरणादायक उदाहरण सामने आया है। डोनेट लाइफ संगठन के सहयोग से किरण अस्पताल में हिंदू मराठा पाटिल समुदाय के 45 वर्षीय किरणभाई मोरेश्वरभाई पाटिल के अंगदान से चार लोगों को नया जीवन मिला है। टेक्सटाइल और डायमंड के लिए प्रसिद्ध सूरत अब "अंगदान नगरी" के रूप में भी पहचान बना रहा है।

मूल रूप से महाराष्ट्र के जलगाँव जिले के अमलनेर तहसिल के खेड़ी- गांव के निवासी किरणभाई सूरत के भेस्तान क्षेत्र में सोमेश्वर नगर -1, जियाव बुड़िया रोड, अपने परिवार के साथ रहते थे और सचिन की एक डाइंग मिल में डाइंग मास्टर के रूप में कार्यरत थे। 13 अप्रैल को दोपहर के भोजन के दौरान उन्हें अचानक दौरा पड़ा, जिसके बाद परिजनों ने उन्हें तुरंत वाइब्रेंट अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद न्यूरो विशेषज्ञ डॉ. भोमिक ठाकोर की देखरेख में उन्हें किरण अस्पताल रेफर किया गया, जहां सीटी स्कैन में ब्रेन हेमरेज पाया गया।

14 अप्रैल को डॉ. भौमिक ठाकोर और उनकी टीम ने किरणभाई को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद डोनेट लाइफ के संस्थापक नीलेश मांडलेवाला से संपर्क कर परिजनों को अंगदान की प्रक्रिया समझाई गई। परिवार ने भावुक लेकिन साहसिक निर्णय लेते हुए अंगदान के लिए सहमति दे दी।

किरणभाई की पत्नी श्रद्धा पाटिल ने कहा, जब शरीर राख बनना है, तो क्यों न इससे किसी को जीवनदान दिया जाए?"परिजनों की इस सहमति के बाद सॉट्टो (SOTTO) के माध्यम से अंगों का आवंटन किया गया।

दोनों किडनियां सूरत के किरण अस्पताल में ट्रांसप्लांट की गईं – एक 42 वर्षीय महिला और दूसरी 35 वर्षीय पुरुष को नया जीवन मिला। इसके अलावा, डॉ. संकित शाह द्वारा दो जरूरतमंदों को नेत्र प्रत्यारोपण कर नई दृष्टि दी गई।

किरणभाई के परिवार में उनकी पत्नी श्रद्धा (39), बड़ी बेटी निधि (20), छोटी बेटी दीया (17) और बेटा ऋषि (16) हैं। परिवार ने जिस संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी के साथ यह निर्णय लिया, वह अन्य परिवारों के लिए भी प्रेरणा है।

डोनेट लाइफ के अनुसार अब तक संगठन के माध्यम से कुल 1,319 अंग और ऊतक दान किए जा चुके हैं, जिससे 536 किडनी, 232 लीवर, 56 हृदय, 52 फेफड़े, 9 अग्न्याशय, 8 हाथ, 1 छोटी आंत और 425 आंखों के दान से देश-विदेश के कुल 1215 लोगों को नया जीवन और नई दृष्टि देने में सफलता मिली है।