सूरत में पहली बार मेडिकल रिकॉर्ड के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचे की पहल, 'स्मार्ट एक्सपो 2025' में हिलकार्ड का हुआ प्रदर्श

सूरत में पहली बार मेडिकल रिकॉर्ड के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचे की पहल, 'स्मार्ट एक्सपो 2025' में हिलकार्ड का हुआ प्रदर्श

सूरत: दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और दक्षिण गुजरात चैंबर ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट सेंटर के संयुक्त तत्वावधान में सरसाणा इंटरनेशनल एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में ‘स्मार्ट एक्सपो 2025’ का आयोजन किया गया। इस एक्सपो के दौरान मेडिकल टेक्नोलॉजी से जुड़ी कई नवीन पहलें सामने आईं।

हिलकार्ड कंपनी के संस्थापक कल्पेश तरसरिया ने इस अवसर पर बताया कि उन्होंने आधुनिक डिजिटल युग को ध्यान में रखते हुए मेडिकल रिकॉर्ड से जुड़े दस्तावेजों के लिए एक सशक्त बुनियादी ढांचा तैयार किया है। यह ढांचा सूरत सहित देशभर के बड़े और छोटे अस्पतालों तथा क्लीनिकों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रहा है।

उन्होंने बताया कि हिलकार्ड एक ऐसा सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म है, जो मरीज के पंजीकरण से लेकर दवा तक का संपूर्ण रिकॉर्ड डिजिटल रूप में सुरक्षित रखता है। इसके माध्यम से किसी फिजिकल फाइल या रसीद की आवश्यकता नहीं रहती, जिससे यह पेपरलेस प्रणाली को बढ़ावा देता है।

तरसरिया ने आगे बताया कि संस्था को शुरू हुए 6 वर्ष हो गए 3 साल तक डेवलमेंट और 3 साल तक सूरत के डॉक्टर के साथ जुड़कर काम किया। सूरत में 50 से अधिक अस्पताल और क्लीनिक इससे जुड़ चुके हैं। वहीं, देशभर में 150 से अधिक संस्थान हिलकार्ड का उपयोग कर रहे हैं। सूरत के डॉ. आशुतोष शाह की एलिगेंस क्लीनिक और डॉ. दिलीप वरिया का ग्लोरियस हॉस्पिटल भी इस डिजिटल सिस्टम को अपनाकर प्रभावी रूप से कार्य कर रहे हैं।

हिलकार्ड संस्था को गूगल पार्टनर के रूप में मान्यता प्राप्त है और यह राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण से आभा कम्प्लेइंट सर्टिफाइड भी है। तरसरिया का मानना है कि यह प्रणाली न केवल अस्पताल प्रबंधन को सुचारु बनाती है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं को भी तेज और भरोसेमंद बनाती है। औरअधिक जानकारी के लिए दिए गए वेबसाइट (http://www.healcard.com/ ) पर चेक कर सकते है।

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