सूरत : एसजीसीसीआई का स्टार्टअप शिखर सम्मेलन, उद्यमियों को मिला नवाचार और निवेश का मार्गदर्शन
शार्क टैंक फाइनलिस्टों ने सूरत को बताया व्यापार के लिए उत्कृष्ट शहर, विभिन्न विषयों पर हुई पैनल चर्चाएं
दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SGCCI) द्वारा शनिवार, 12 अप्रैल, 2025 को सूरत के सरसाना स्थित सेमिनार हॉल-ए में स्टार्टअप शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस आयोजन में ई-कॉमर्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, निवेश जुटाने और स्टार्टअप पिचिंग जैसे विषयों पर पैनल चर्चाएं आयोजित की गईं, जिनमें देश के विभिन्न शहरों से आए उद्योग विशेषज्ञों, निवेशकों और शार्क टैंक इंडिया के फाइनलिस्टों ने भाग लिया।
सम्मेलन की शुरुआत में चैंबर अध्यक्ष विजय मेवावाला ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि सूरत अब केवल हीरा और कपड़ा उद्योग ही नहीं, बल्कि नवाचार, तकनीक और स्टार्टअप्स के क्षेत्र में भी अग्रणी बनता जा रहा है। उन्होंने बताया कि शहर में आज कई इनक्यूबेशन सेंटर, को-वर्किंग स्पेस और स्टार्टअप प्लेटफॉर्म सक्रिय हैं, जो युवाओं को नए विचारों को हकीकत में बदलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
ई-कॉमर्स में वृद्धि के अवसर विषय पर हुई पहली पैनल चर्चा में केतन पटेल (OMS Guru), हिरेन लाठिया (Sudathi), मेहर पटेल (Hector.AI), और पीयूष चिब (Maple Monk) ने डिजिटल व्यापार के प्रसार पर विचार साझा किए। चर्चा का संचालन संदीप कथीरिया (EasySell) ने किया।
AI First Approach पर मास्टरक्लास में नयन भेड़ा (Hashtech Ventures) ने एआई स्टार्टअप्स के विकास, संभावनाओं और भारतीय व्यवसायों में एआई की भूमिका पर प्रकाश डाला।
AI को काम में लाने पर आधारित पैनल में अर्जुन कावा (VideoSDK), चिंतन पपैया (KisanAI) और सुश्री प्रेरणा (Narola AI Studio) ने व्यावसायिक प्रक्रियाओं में AI की उपयोगिता पर विचार प्रस्तुत किए। मॉडरेटर की भूमिका मनोज आडवाणी (Narad.io) ने निभाई।
धन उगाहने: विचार से निवेश तक विषय पर पैनल में सीए नीरव जोगानी, गौरव जुनेजा, मनीष राठी और सीए मेहुल शाह जैसे वित्त विशेषज्ञों ने स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग स्ट्रेटेजी पर मार्गदर्शन दिया। चर्चा का संचालन नयन भेड़ा ने किया।
स्टार्टअप पिच एरिना सत्र में 8 स्टार्टअप्स ने अपने विचार प्रस्तुत किए। निवेशकों की उपस्थिति में आयोजित इस चर्चा में उद्यमियों को वास्तविक निवेश संभावनाओं पर जानकारी दी गई।
शार्क टैंक फाइनलिस्टों के साथ विशेष सत्र में यश तरवाड़ी (Solns Energy), राधिका सुंदरका (Zebra Learn) और राकेश सोमानी (Decode Age) ने अपने अनुभव साझा किए और सूरत की व्यापारिक संभावनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि सूरत भारत के अन्य शहरों की तुलना में अधिक व्यापार-अनुकूल, आरामदायक और उत्पाद-प्रभावी शहर है। यहां के कर्मचारी स्थिर हैं, जिससे उत्पाद की गुणवत्ता बनी रहती है। देश के 60% सोलर पैनल यहीं पर बनते हैं, जिससे सूरत अब ‘सौर नगरी’ के रूप में भी प्रसिद्ध हो रहा है।
चैंबर की स्टार्टअप एवं इनोवेशन समिति के सह-अध्यक्ष पुनीत गजेरा ने सभी पैनलिस्टों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस शिखर सम्मेलन ने सूरत के उभरते उद्यमियों के लिए एक सशक्त नेटवर्किंग और ज्ञानवर्धन का मंच प्रदान किया।