सूरत : मच्छरों के खिलाफ हाईटेक जंग! , ड्रोन तकनीक से होगा कीटनाशक छिड़काव
AI-ML (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग) आधारित ड्रोन तकनीक का पहली बार गुजरात में उपयोग
सूरत। पिछले एक महीने से सूरत शहर में मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है, जिससे शहरवासी बेहद परेशान हैं। हालांकि, नगर निगम के सामने चुनौती यह है कि कई ऐसे स्थान हैं जहां कर्मचारी मैन्युअली कीटनाशक का छिड़काव नहीं कर सकते। इस समस्या के समाधान के लिए सूरत नगर निगम ने पहली बार ड्रोन तकनीक का उपयोग कर कीटनाशक छिड़काव अभियान शुरू किया है।
रांदेर जोन से ( AI-ML)आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग कि हुई शुरुआत हुई है। शहर के रांदेर जोन के भेंसाण क्षेत्र में पहली बार ड्रोन की मदद से कीटनाशकों का छिड़काव किया गया। इस अत्याधुनिक तकनीक से उन जलभराव वाले स्थानों, घनी झाड़ियों और दुर्गम क्षेत्रों में भी प्रभावी ढंग से कीटनाशक पहुंचाया जा सकेगा, जहां आमतौर पर सफाईकर्मी नहीं पहुंच सकते।
डेंगू-मलेरिया रोकथाम के लिए विशेष पहल शुरू की गई है। ड्राई डे अभियान और नियमित सर्वेक्षण के बावजूद, रांदेर जोन में मच्छरों के प्रकोप की शिकायतें बढ़ रही थीं।
AI-ML (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग) आधारित ड्रोन तकनीक का पहली बार गुजरात में उपयोग किया जा रहा है।
नगर निगम का लक्ष्य 7 से 10 दिनों के भीतर मच्छरों के लार्वा को खत्म करना है, ताकि डेंगू, मलेरिया और फाइलेरिया जैसी बीमारियों को फैलने से रोका जा सके।
सूरत नगर निगम ने इस हाईटेक अभियान का विस्तार करने की योजना बनाई है। आने वाले दिनों में, अन्य प्रभावित क्षेत्रों में भी ड्रोन के जरिए कीटनाशकों का छिड़काव किया जाएगा। इससे न केवल शहरवासियों को राहत मिलेगी, बल्कि मानसून के दौरान मच्छरों के प्रकोप पर भी नियंत्रण पाया जा सकेगा।