राजकोट : सूर्यग्रहण, शनि अमावस्या और राशि परिवर्तन का दुर्लभ संयोग
29 मार्च को खगोलीय और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण दिन, सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखेगा
शनिवार 29 मार्च 2025 को खगोलीय और धार्मिक दृष्टि से विशेष माना जा रहा है, क्योंकि इस दिन सूर्यग्रहण, शनि अमावस्या और शनि का राशि परिवर्तन तीनों घटनाएं एक साथ घटित होंगी। यह सूर्यग्रहण खंडग्रास (आंशिक) ग्रहण होगा, जिसमें चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आकर सूर्य का कुछ हिस्सा ढक देगा। सूर्य ग्रहण गुजरात में दोपहर 2:20 बजे से शुरू होकर शाम 4:17 बजे चरम पर पहुंचेगा और शाम 6:17 बजे समाप्त होगा। चूंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
ग्रहण के दिन शनि अमावस्या पड़ रही है, जिसे शनि देव की विशेष आराधना के लिए शुभ माना जाता है। इसी दिन शनि, कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करेगा, जो लगभग ढाई साल बाद राशि परिवर्तन की महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार, यह संयोग कई राशियों के लिए सकारात्मक और कुछ के लिए चुनौतीपूर्ण प्रभाव डाल सकता है। धार्मिक मान्यता और खगोलीय दृष्टि से यह दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन शनि और सूर्य से संबंधित पूजा-अर्चना विशेष लाभकारी होगी।