सूरत : तटीय इलाकों में 'कैच द रेन' अभियान, डेढ़ महीने में पूरे होंगे 27,300 रिचार्ज बोरवेल, मीठे पानी की समस्या होगी हल
वर्षा जल को भूमिगत करने का अभियान, मोरा गांव में जल पुनर्भरण बोरवेल की आधारशिला रखी गई
सूरत जिले के तटीय क्षेत्रों में वर्षों से मीठे पानी की गंभीर कमी को दूर करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा "कैच द रेन अभियान" के तहत बड़े पैमाने पर जल पुनर्भरण बोरवेल परियोजना शुरू की गई है। डेढ़ महीने में 27,300 रिचार्ज बोरवेल तैयार हो जाएंगे, जिससे वर्षा जल सीधे जमीन के अंदर जाएगा और भूजल स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देशभर में भूजल स्तर बढ़ाने के लिए अधिकतम जल संचयन की दिशा में काम कर रहे हैं, जिसके तहत जल शक्ति मंत्रालय भी देशभर में अधिकतम बोरवेल लगाने पर काम करेगा। इसलिए, वर्षा जल को बर्बाद होने से बचाने के लिए जमीन में डालने का अभियान शुरू किया गया है। गुजरात इस काम को सबसे तेजी से आगे बढ़ा रहा है।
जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने देशभर में भूजल को लेकर 'कैच द रेन' परियोजना के तहत काम शुरू कर दिया है। देशभर में जल संचयन का संदेश अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं, जिससे आने वाले दिनों में जल संकट पैदा होगा। जैसे-जैसे भूजल संसाधन बढ़ेंगे, पानी की उपलब्धता कम होती जाएगी और आने वाले दिनों में नदियों और झरनों सहित जल स्रोतों की गुणवत्ता में सुधार होगा, साथ ही उपलब्धता भी बढ़ेगी। सी.आर. पाटिल द्वारा ओलपाड में जल पुनर्भरण बोरवेल की आधारशिला रखी गई।
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि सूरत जिले के तटीय क्षेत्रों को बेहतर बनाने और इसके जल स्रोत को ऊपर लाने के लिए और अधिक जल पुनर्भरण बोरवेल बनाने का काम चल रहा है। अगले डेढ़ महीने तक ओलपाड तालुका सहित जिले में 27,300 रिचार्ज बोरवेल का निर्माण शुरू हो गया है।
तटीय क्षेत्र लंबे समय से मीठे पानी की कमी से जूझ रहा है, लेकिन अब वाटर रिचार्ज बोरवेल के जरिए आने वाले दिनों में मीठे पानी की समस्या का समाधान हो जाएगा और खेती के लिए पानी बढ़ जाएगा।
इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, सांसद मुकेशभाई दलाल, विधायक संदीपभाई देसाई, विधायक संगीताबेन पाटिल, जिला विकास अधिकारी शिवानी गोयल, सूरत शहर भाजपा अध्यक्ष परेशभाई पटेल, जिला संगठन अध्यक्ष भरतभाई राठौड़, जिसमें मोरगाम के सरपंच, जिला पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, पदाधिकारी, नेता एवं स्थानिय निवासी उपस्थित थे।