नाथद्वारा के निकट मोलेला के भोपा की भागल सरकारी स्कूल का स्तर प्राइवेट स्कूल से काफी ऊंचा 

पक्षी एवं पर्यावरण प्रेमी राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षक कृष्ण गोपाल गुर्जर से शिक्षकों एवं आमजन को सीखने की दरकार 

नाथद्वारा के निकट मोलेला के भोपा की भागल सरकारी स्कूल का स्तर प्राइवेट स्कूल से काफी ऊंचा 

तुलसीदास सनाढ्य (संपादक, राजस्थानी शेर)

अगर कुछ करने की तमन्ना और इच्छा शक्ति हो तो भगवान भी आपको किसी भी रूप में सहायता निश्चित करता है, यदि आपको विश्वास नहीं हो तो आप आइए और इसका जीता जागता उदाहरण देखिए भोपा की भागल स्कूल में .जी हां यही नज़ारा आज मैने यहां देखा कि एक व्यक्ति अगर ठान ले कुछ करने की तो कुछ भी असंभव नहीं है। मैं आपको आज एक साधारण परिवार में जन्में अध्यापक कृष्ण गोपाल गुर्जर से रूबरू करा रहा हूं,जो किसी परिचय का मोहताज नहीं है।

गुर्जर कुछ भामाशाहों के सहयोग से गांव की उच्च प्राथमिक स्कूल के साथ साथ क्षेत्र के गरीबों एवं वंचित तबके के मसीहा के रूप में अपनी सेवाएं दिन रात दे रहे हैं। उनकी सेवाओं में सभी वर्ग के लिए बिना जात पात के भेद के शिक्षण सामग्री,राशन किट, चश्मे,जर्सी,स्कूल ड्रेस,जूते,जैसी अनेक जीवनोपयोगी वस्तुओं का घर घर जा कर वितरण करना ,इनकी दिन चर्या में आता हैं।

देश प्रदेश की अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधि उनकी कार्यशैली के देखने,सीखने आती हे। कई बड़ी कंपनिया जो CSR में करोड़ों के कार्य करती हे, उन्हें अपने प्रतिनिधियों भेज कर असली सेवा कार्य क्या होते हैं वो आकर देखे,आजकल केवल औपचारिकता और भौंडा प्रदर्शन ज्यादा हो रहा है। सक्षम प्रबंधन इस विषय पर संज्ञान ले,ओर सेवा भाव से अपनी राशि का सद्पयोग करना सीखे। विशेषकर गौरैया चिड़िया और अन्य पक्षियों के संरक्षण में अग्रणी गुर्जर की स्कूल के बच्चों का शैक्षणिक स्तर भी किसी कॉन्वेंट स्कूल के स्तर से काफी ऊंचा है, काश देश में कुछ ऐसे अध्यापक मिल जाए। आज भी सीकर के जनप्रतिनिधियों की बस स्कूल देखने आई थी। उन्हें सभी को पक्षियों के परिंडे आदि का निःशुल्क वितरण मेरे हाथों से करवाया। 

वरिष्ठ पत्रकार अरविंद मुखिया, शिक्षाविद् प्रकाश सनाढ्य, महेश जोशी भी स्कूल का ओर पक्षियों की सेवा का जज़्बा देख के, गुर्जर के सेवाभाव की मुक्त कंठ से प्रशंसा करे बिना नहीं रह सके। कृष्ण गोपाल को मैंने बचपन में गोद में खिलाया था,आज उसके सेवा भाव को मै कोटि कोटि सलाम करता हूं। बारह महीने बिना जूते चप्पल के चलने वाले इस महामानव ने हमारे गुर्जर पूरा का रोशन कर दिया। गुर्जर ने बताया कि कोई भी अभावग्रस्त जन को किसी भी प्रकार की सहायता चाहिए तो वो संपर्क करें। विस्तृत जानकारी हेतु कृष्ण गोपाल गुर्जर के मोबाइल नंबर  9829620406 से संपर्क किया जा सकता हैं।

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