सूरत : सूरत नगर निगम (एसएमसी) के इतिहास में पहली बार बजट राशि 10,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। नगर आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने 9603 करोड़ रुपये का मसौदा बजट पेश किया था, जिसे स्थायी समिति ने 401 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 10,004 करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया है।
निगम आयुक्त के ड्राफ्ट बजट में 4562 करोड़ रुपये के पूंजीगत कार्य थे जिसे बढ़ाकर 4903 करोड़ रुपये किया गया। 5101 करोड़ रुपये का राजस्व व्यय, जिसमें 60 करोड़ रुपये की वृद्धि की गई। शिक्षा, स्वास्थ्य, जलापूर्ति और बुनियादी ढांचे में नए प्रोजेक्ट शामिल।
स्थायी समिति अध्यक्ष राजन पटेल ने कहा कि बजट की मुख्य विशेषताएँ इस प्रकार है। फ्लायओवर और फुट ओवर ब्रिज को शामिल किया गया है। उधना मेन रोड पर फुट ओवर ब्रिज बनेगा। सरथाणा और वराछा में तीन नए फ्लायओवर बनाए जाएंगे।
स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार होगा। 50 नवजात आईसीयू बेड की सुविधा मिलेगी। 10 नए स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे। शिक्षा के लिए बढ़ा बजट। 44.50 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 1103 करोड़ रुपये का शिक्षा बजट। गरीब और मजदूर वर्ग के बच्चों के लिए स्कूलों में खेल किट दी जाएगी।
लिंबायत, वराछा और उधना को अलग से जल आपूर्ति की योजना। अग्निशमन सेवाओं का आधुनिकीकरण होगा। 104 मीटर ऊँचा हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म खरीदा जाएगा (पहले से मौजूद 90 मीटर वाले प्लेटफॉर्म के अतिरिक्त)। तक्षशिला अग्निकांड जैसी घटनाओं से निपटने के लिए यह कदम उठाया गया।
नागरिक सुविधाओं में सुधार को बजट में प्राथमिकता दी गई है। पहली बार पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर सामुदायिक भवन बनाने की योजना। जीआईएस आधारित रियल-टाइम ड्रेनेज मैपिंग सिस्टम लागू किया जाएगा। मेटल डिटेक्टरों की खरीद से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाएगी।
स्थायी समिति के अध्यक्ष राजन पटेल ने बताया कि पिछले वर्ष के बजट में 56 कार्यों के लिए 154.74 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। इनमें से 84% बजट कार्य पहले ही पूरे हो चुके है। 63.55 करोड़ रुपये की लागत से 2 कार्य पूरे हो चुके हैं। 89.62 करोड़ रुपये की लागत से 45 कार्य प्रगति पर हैं। 8 कार्यों में बदलाव किए गए हैं। कुल मिलाकर 84% बजट कार्य पूरे हो चुके हैं।
स्थायी समिति अध्यक्ष राजन पटेल ने घोषणा की कि इस वर्ष भी कर की दरों में कोई वृद्धि नहीं होगी। बजट में कर बढ़ाए बिना ही नागरिकों को अधिक सुविधाएँ देने पर ध्यान दिया गया है।
सूरत मनपा का यह बजट सभी वर्गों के विकास पर केंद्रित है। इससे शहर के बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, जल आपूर्ति और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार होगा। नगर निगम के इतिहास में पहली बार 10,000 करोड़ रुपये का बजट पार करना सूरत के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।