विधायक कुमार कानाणी: कपाल पर तिलक, जुबां पर सिर्फ जनता के हित की बात!

विधायक कुमार कानाणी: कपाल पर तिलक, जुबां पर सिर्फ जनता के हित की बात!

गुजरात के सूरत जिले की वराछा रोड विधानसभा सीट से निर्वाचित विधायक कुमारभाई कानाणी अपनी सादगी, स्पष्टवादिता और जनता के प्रति समर्पण की भावना के लिए जाने जाते हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के समर्पित कार्यकर्ता और विधायक के रूप में वे जनसेवा को अपना सर्वोच्च कर्तव्य मानते हैं और अपने नेतृत्व से एक अलग उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।

उनकी राजनीतिक यात्रा एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में शुरू हुई थी, लेकिन जनता की समस्याओं के प्रति उनकी संवेदनशीलता और उनके समाधान के लिए अथक प्रयासों ने उन्हें विधायक पद तक पहुंचा दिया। वराछा रोड के लोगों ने उन पर भरोसा जताया और उन्हें अपना प्रतिनिधि चुना। इस दौरान उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई—एक ऐसे नेता के रूप में जो हमेशा जनता के बीच रहता है, उनकी समस्याओं को सुनता है और उनके समाधान के लिए सतत प्रयास करता है।

कुमार कानाणी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वे लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझते हैं और उनके समाधान के लिए स्पष्ट रूप से अपनी बात रखते हैं। भले ही उनकी पार्टी सत्ता में हो, लेकिन उन्होंने कभी भी राजनीतिक नीतियों की आड़ में जनता के हितों की अनदेखी नहीं की। आज के राजनीतिक परिदृश्य में ऐसी स्पष्टवादिता और पारदर्शिता कम देखने को मिलती है। वे अपने क्षेत्र की समस्याओं को केवल सुनते ही नहीं, बल्कि विधानसभा में उठाकर न्याय के लिए आवाज भी बुलंद करते हैं। इसी निष्ठा और समर्पण ने उन्हें जनता का विश्वास दिलाया है।

समाजसेवा के प्रति उनका समर्पण भी प्रेरणादायक है। उन्होंने कभी भी सेवा कार्यों में समझौता नहीं किया। चाहे समस्या छोटी हो या बड़ी, वे हर विषय को गंभीरता से लेते हैं और उसके समाधान के लिए पूरी मेहनत करते हैं। सड़क निर्माण हो, पानी की समस्या हो या शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का मुद्दा, कुमार कानाणी ने हमेशा जनता के हित को प्राथमिकता दी है। उनकी कार्यशैली से एक आम नागरिक को भी यह महसूस होता है कि उसकी आवाज सरकार तक पहुंच सकती है।

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आज के समय में, जब राजनीति में व्यक्तिगत स्वार्थों को अधिक महत्व दिया जाता है, तब कुमार कानाणी जैसे नेता एक प्रकाश स्तंभ की तरह खड़े हैं। वे जनता की समस्याओं को शासन की सीमाओं में रहकर स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने का साहस रखते हैं। ऐसा साहस और जनता के प्रति निष्ठा हर नेता में होनी चाहिए। उनका जीवन और कार्य यह संदेश देते हैं कि राजनीति सत्ता हासिल करने का माध्यम नहीं, बल्कि जनता की सेवा करने का जरिया होना चाहिए।

कुमार कानाणी का जनहितैषी व्यक्तित्व युवा पीढ़ी के लिए भी प्रेरणास्रोत है। वे यह साबित करते हैं कि डिग्रियों से अधिक नेतृत्व के लिए स्पष्ट दृष्टि और ईमानदारी की जरूरत होती है। उनकी सादगी, समर्पण और स्पष्टवादिता ऐसे गुण हैं, जिन्हें आज के नेताओं को अपनाना चाहिए। वे ऐसे नेता हैं जो जनता के बीच रहकर, उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ते हैं और यह सिद्ध करते हैं कि सच्चा नेतृत्व सेवा, त्याग और सत्यनिष्ठा में निहित है।

जब राजनीति को लेकर जनता में निराशा बढ़ रही है, तब कुमार कानाणी जैसे नेता आशा की किरण बनकर उभरते हैं। उनका जीवन इस बात का उदाहरण है कि यदि किसी नेता में जनता के प्रति सच्ची संवेदना और सेवा की भावना हो, तो वह किसी भी परिस्थिति में जनता का विश्वास जीत सकता है। ‘जनता के पास, जनता के बीच’ रहकर कार्य करने की उनकी अनूठी शैली सभी के लिए प्रेरणा है। कपाल पर तिलक और जुबां पर सिर्फ जनता के हित की बात लेकर कुमार कानाणी का यह जनसेवी व्यक्तित्व आगे भी इसी तरह जनता की सेवा में समर्पित रहेगा और राजनीति में नई पीढ़ी के लिए एक आदर्श स्थापित करेगा।

(लेखक एक प्रतिष्ठित उद्यमी और समाज सेवक हैं। लेख में व्यक्त किये गये विचार उनके निजी विचार हैं। )