सूरत : सीएमए इंटर और फाइनल के परिणाम घोषित, फाइनल में 5 छात्र टॉप 50 में रैंक पाने में सफल हुए
इंटर में 12 छात्रों ने टॉप 50 में सफलता हासिल की, हर वर्ष परिणाम में हो रही वृद्धि
द इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंट्स ऑफ इंडिया सूरत साउथ गुजरात चैप्टर ने मंगलवार को सीएमए इंटर और फाइनल के परिणाम घोषित कर दिए हैं। सूरत से फाइनल में 5 छात्र टॉप 50 में रैंक पाने में सफल हुए हैं, जिनमें रत्नेश फ़ीतवाला ने फाइनल में 800 में से 565 अंक हासिल कर एआईआर 14 और स्टेट में टॉप किया। इसके अलावा विश्व गांधी (800/533), मुस्कान लालवानी (800/531), रोशन पेरीवाल (800/526) एवं खुशी बदलानी (800/520) का समावेश है। इसी तरह इंटर में 12 छात्रों ने टॉप 50 में सफलता हासिल की है। दिसंबर 2024 में इंटर में कुल 518 छात्र शामिल हुए थे, जिनमें से 131 पास हुए हैं। जबकि फाइनल में 143 में से 42 छात्र पास हुए हैं। इंटर में 39 प्रतिशत और फाइनल में 58 फीसदी छात्र पास हुए।
सीएमए इंटर में देश भर में पहली रैंक हासिल करने वाली कृतिका सिंघल ने 800 में से 666 अंक हासिल करने में सफलता हांसिल की है। रत्नेश फ़ीतवाला ने फाइनल में 800 में से 565 अंक हासिल कर एआईआर 14 और स्टेट में टॉप किया है। सीएमए सूरत ब्रांच ने बताया कि सूरत का रिजल्ट अन्य चैप्टर से बेहतर और वेस्टर्न रीजन में सबसे ज्यादा रहा। हर वर्ष परिणाम में वृद्धि हो रही है। बड़ी संख्या में छात्रों का रिजल्ट बेहतर हो रहा है। इंटर में रिजल्ट 39 फीसदी और फाइनल में 58 फीसदी तक रहा। ब्रांच का कहना है कि गुजरात, गोवा, एमपी, छत्तीसगढ़, महाराष्ट को मिलाकर एक वेस्टर्न रीजन है और इसमें सूरत का रिजल्ट बहुत अच्छा 24 प्रतिशत रहा है।
सीएमए इंटर में देश भर में पहली रैंक हासिल करने वाली कृतिका सिंघल ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए कहा कि उम्मीद तो टॉप करने की थी, लेकिन देश में पहला स्थान पाकर वह खुश हैं। वैसे तो सीए आर्टिकलशिप के साथ-साथ रोजाना 3 घंटे तैयारी करती थी, लेकिन परीक्षा के आखिरी 20 दिनों में मैंने आर्टिकलशिप से छुट्टी लेकर प्रतिदिन 8 घंटे तैयारी की। सीए पिता से मार्गदर्शन भी मिलता रहता था। सीबीएसई बोर्ड से 10वी में 96.4 और 12वीं में 98.6 प्रतिशत हासिल किया। वीएनएसजीयू से बीकॉम थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रही है। साथ में आर्टिकलशिप भी कर रही है। मुंबई के डेलॉइट में भी काम किया है। अभी सीए की तैयारी भी कर रही है। किसी भी परीक्षा की तैयारी के दौरान पूरी तरह प्रैक्टिकल पर निर्भर रहने के बजाय थ्योरी पर भी ध्यान देना चाहिए। दोनों में संतुलन होना जरूरी है।