वडोदरा : कनाडा-ऑस्ट्रेलिया जाने के इच्छुक 39 लोगों से 1.49 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी
जालसाज के खिलाफ गोत्री पुलिस ने 13 माह बाद मामला दर्ज किया
कनाडा और आस्ट्रेलिया जाने के इच्छुक 39 लोगों से धोखाधड़ी कर 1.49 करोड़ रुपए हड़पने वाले एक जालसाज के खिलाफ गोत्री पुलिस ने 13 माह बाद मामला दर्ज किया है। वासणा भायली रोड स्थित अक्षर पैवेलियन में रहने वाले हिमांशु सुरेन्द्रकुमार राव ईसोर कैपिटल के नाम से इमिग्रेशन का काम करते
हैं। उन्होंने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा है कि वह कुछ देशों के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन, जो ग्राहक दूसरे देश जाना चाहते हैं, मैं उन्हें दूसरे कार्यालय में भेज देता हूं जो इसी तरह का काम करता है। मैं 2015-16 में जॉब्स एशिया नामक एक इमिग्रेशन फर्म के मैनेजर सुखविंदर सिंह के संपर्क में आया था। शुरुआत में उन्होंने सिंगापुर इंटर्नशिप वीजा, वर्क परमिट आदि काम उनसे करवाया था।
वर्ष 2020 में, हमने ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में अपने 39 ग्राहकों के लिए वीज़ा और वर्क परमिट प्रक्रियाओं को सौंपा था। इसके लिए बैंक खाते में 1.49 करोड़ रुपये चुकाये थे। इनमें से 19.08 लाख रुपये नकद और 15.44 लाख रुपये क्रिप्टोकरेंसी कॉइन के रूप में भुगतान किए गए थे। सुखविंदर सिंह ने हमें 9 ग्राहकों के लिए ऑस्ट्रेलियाई विजिटर वीज़ा भेजे। इसके आधार पर ग्राहकों ने टिकट बुक कराकर एयरपोर्ट पहुंच गए। इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कहा कि यह वीजा फर्जी है। यही बात अन्य ग्राहकों के साथ भी घटित हुई। जांच से पता चला कि आरोपियों ने अन्य व्यक्तियों के नाम पर जारी वीज़ा के साथ छेड़छाड़ करके हमारे ग्राहकों के नाम पर झूठे और जाली वीज़ा बनाए थे। जिसके कारण ग्राहक नाराज थे। लेकिन आरोपी के कहने पर मैंने ग्राहकों को समझाया और समय मांगा था।
इसके बाद कनाडा जाने वाले लोगों के साथ भी आरोपियों ने इसी तरह धोखाधड़ी की थी तथा उन्होंने फर्जी एलएमआईए का इस्तेमाल बनाया था। आरोपियों ने कनाडा में काम के लिए लिंग वोंग एंड एसोसिएट्स नामक कंपनी से संपर्क करने को भी कहा था। इसके आधार पर मैंने संपर्क किया था। लेकिन सत्यापन के दौरान पता चला कि इस कंपनी द्वारा मुझे दिया गया ईमेल पता गलत था।
पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो अदालत में केस करना पड़ा
जब पता चला कि आरोपी भारत आ गया है तो शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और इसके बाद आरोपी पैसे लौटाने का वादा कर दुबई भाग गया। कुछ समय बाद जब हिमांशु राव को पता चला कि वह भारत लौट आए हैं तो उन्होंने दिनांक 27-12-2023 को गोत्री पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई। वासणा चौकी के पीएसआई ने 10 जनवरी - 2024 को बयान लिये थे, लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं किये जाने पर दिनांक 22-03-2024 को पुलिस कमिश्नर को आवेदन दिया गया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर हिमांशु राव ने अदालत में पिटिशन दायर किया था। अदालत ने सीआरपीसी 156 (3) के तहत शिकायत दर्ज करने का आदेश दिया और गोत्री पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
सुखविंदर सिंह ने विदेश जाने के इच्छुक लोगों से 1.49 करोड़ रुपये ठगे थे। उनके द्वारा झूठे दस्तावेज तैयार करने के कारण सभी लोगों को कनाडाई दूतावास ने काली सूची में डाल दिया है। यानी आरोपी की हरकतों के कारण ग्राहकों को कनाडा की काली सूची में डाल दिया गया।