सूरत : भव्य तुलसी कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आगाज
परमेश्वर लाल गुरुकृपा ने किया भागवत महात्म्य का वर्णन
श्रीजी जानकीनाथ गौशाला सेवा समिति द्वारा 18 वें वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में गौ माता के सेवार्थ आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिन गुरुवार को सुबह तुलसी कलश यात्रा निकाली गयी। अध्यक्ष विजय भारुका ने बताया कि तुलसी कलश यात्रा सुबह 9:00 बजे न्यू सिटी लाइट कैपिटल ग्रीन से प्रस्थान कर वीआईपी रोड श्याम मंदिर पहुंची। यात्रा में कोलकाता के कथावाचक परमेश्वर लाल गुरु कृपा पैदल चल रहे थे। साथ में मुख्य यजमान रितु राजेश भारुका एवं संतोष भारुका भागवत पोथी लेकर चल रहे थे। उपाध्यक्ष राजेश भारुका ने बताया कि करीब 300 महिलाएं तुलसी कलश लेकर व पुरुष वर्ग सफेद पोशाक में संगीत की मधुर धुन के साथ नाचते झूमते चल रहे थे। इसके अलावा जीवंत झांकियां भी थी।
महामंत्री मनोज शर्मा ने बताया कि भजन गायक द्वारा देना हो तो दीजिए...... जनम-जनम का साथ ....एवं सांवरिया तुझे किसने सजाया है.... आदि भजनों से सभी यात्री भाव विभोर हो गये। यात्रा का रास्ते में जगह जगह पुष्प वृष्टि से स्वागत किया गया। दोपहर को व्यास पीठ से कथावाचक परमेश्वर लाल गुरु कृपा ने भागवत महात्मय व भीष्म चरित्र का वर्णन किया। उसके पश्चात आचार्य पीठ से परमेश्वर लाल जी गुरुकृपा ने मंगला चरण किया। दोपहर 2 बजे वेसू स्थित श्याम मंदिर सूरत धाम के लखदातार हॉल में प्रथम दिन व्यास पीठ से पंडित परमेश्वर लाल जी गुरुकृपा ने भागवत महात्म्य बताया। उन्होंने कहा कि भागवत पुराण भगवान विष्णु का वाग्मय स्वरूप है। इस कथा के श्रवण मात्र से प्राणी भवसागर के पार उतर जाता है।
इस अवसर चिरंजी लाल अग्रवाल, ब्रह्मदत्त भारुका, सांवरमल शर्मा, राजकुमार अग्रवाल, गोपाल शाह, सज्जन भारूका, रामप्रकाश रूंगटा, रतन लाल दारूका, नरेश जोगानी, सुभाष अग्रवाल, सत्तुजी राधे राधे, गोपाल खेतान, सचिन सिंघला, अशोक भारूका, दीपक भूत, गोपाल जालान, राजेश जैन सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।