सूरत चिड़ियाघर में बढ़ी सतर्कता: एच5एन1 वायरस के खतरे के चलते कीटाणुशोधन अभियान तेज

नागपुर चिड़ियाघर में चार हिंसक जानवरों की मौत के बाद सूरत में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था

सूरत चिड़ियाघर में बढ़ी सतर्कता: एच5एन1 वायरस के खतरे के चलते कीटाणुशोधन अभियान तेज

सूरत : नागपुर चिड़ियाघर में एच5एन1 वायरस के प्रकोप से तीन बाघ और एक तेंदुए की मौत के बाद सूरत चिड़ियाघर में सुरक्षा और स्वच्छता उपायों को तेज कर दिया गया है। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार, सूरत चिड़ियाघर के सरथाणा नेचर पार्क में हिंसक जानवरों के पिंजरों की सफाई और कीटाणुशोधन की प्रक्रिया अब हर हफ्ते की जा रही है, जो पहले हर 15 दिन में होती थी।

नागपुर की घटना ने देशभर के चिड़ियाघरों में चिंता बढ़ा दी है। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने 3 जनवरी को सूरत सहित सभी चिड़ियाघरों को एक एडवाइजरी जारी कर सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया। इसके तहत सूरत नगर निगम ने सरथाणा नेचर पार्क में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं।

सूरत चिड़ियाघर के अधिकारियों के अनुसार, अब पिंजरों की सफाई और कीटाणुशोधन हर हफ्ते किया जा रहा है। इसके साथ ही, जानवरों की स्वास्थ्य स्थिति की नियमित निगरानी की जा रही है। यदि किसी भी जानवर में संक्रमण के लक्षण पाए जाते हैं, तो अधिकारियों को तुरंत सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं।

एच5एन1 के साथ-साथ सरकार ने एचएमपीवी वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है। प्रशासन का कहना है कि इन दोनों वायरस से जानवरों और इंसानों पर प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए चिड़ियाघरों में विशेष सावधानी बरती जा रही है।

सूरत चिड़ियाघर की इस पहल का उद्देश्य न केवल जानवरों को सुरक्षित रखना है, बल्कि संभावित संक्रमण को रोककर पर्यटकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करना है।