सूरत : उत्तरायण से पहले बाइक चालकों के गले में बांधी सेफ्टी बेल्ट, 15 जनवरी के बाद हेलमेट अनिवार्य
सुरक्षा बढ़ाने के लिए ट्रैफिक पुलिस का विशेष अभियान, उल्लंघन पर लगेगा जुर्माना
सूरत : उत्तरायण पर्व के दौरान पतंगबाजी से होने वाले हादसों को रोकने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सूरत ट्रैफिक पुलिस ने अनोखा कदम उठाया है। अठवालाइन्स चौपाटी पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बाइक सवारों को पतंग के कातिल मांजे से बचाने के लिए गले में सेफ्टी बेल्ट पहनाई गई।
सूरत पुलिस आयुक्तालय समिति और ट्रैफिक विभाग की संयुक्त पहल के तहत इस वर्ष "उत्तरायण सुरक्षा सप्ताह" मनाया जा रहा है। अभियान का उद्देश्य नागरिकों को मांजे से बचाव के उपाय सिखाना और सुरक्षा उपकरण प्रदान करना है। इस दौरान 50,000 नेक बेल्ट शहर के विभिन्न स्थानों पर वितरित किए जा रहे हैं।
ट्रैफिक डीसीपी अमिता वनानी ने अभियान के दौरान बताया कि 15 जनवरी 2025 से हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा। इसके बाद बिना हेलमेट पाए जाने वाले वाहन चालकों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। दोबारा उल्लंघन करने पर यह जुर्माना 1,000 रुपये तक बढ़ सकता है। उन्होंने बताया कि यह कदम जन जागरूकता के लिए उठाया गया है, क्योंकि अधिकांश सड़क हादसों के शिकार हेलमेट न पहनने वाले होते हैं।
डीसीपी वनानी ने कहा कि उत्तरायण के दौरान मांजे से बचने के लिए नेक बेल्ट पहनना और सड़क पर सुरक्षित ड्राइविंग करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने नागरिकों से हेलमेट पहनने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की।
उत्तरायण पर्व से पहले चलाया जा रहा यह अभियान नागरिकों के बीच जागरूकता बढ़ा रहा है। सुरक्षा उपायों की जानकारी और उपकरण मिलने से लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। हेलमेट अनिवार्यता के कदम को भी सकारात्मक रूप से लिया जा रहा है, जो सड़क सुरक्षा के प्रति एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है।
सूरत ट्रैफिक पुलिस का यह प्रयास न केवल नागरिकों की सुरक्षा बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि सड़क पर जिम्मेदारी और अनुशासन की भावना भी विकसित करेगा।