सूरत रेलवे स्टेशन पर बड़े बदलाव: 200 ट्रेनें उधना से रवाना, 60 दिनों तक प्लेटफॉर्म नं. 2 और 3 रहेंगे बंद
डायमंड सिटी में रेलवे स्टेशन पुनर्विकास के चलते पश्चिम रेलवे का अहम कदम
सूरत : पश्चिम रेलवे ने रेलवे संचालन में बड़े बदलाव की घोषणा की है। स्टेशन के पुनर्विकास कार्य के तहत, सूरत रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नं. 2 और 3 अगले 60 दिनों तक बंद रहेंगे। इस दौरान सूरत से गुजरने वाली 200 ट्रेनें उधना रेलवे स्टेशन से संचालित होंगी।
7 जनवरी की आधी रात से शुरू हुए इस बदलाव के तहत, सूरत से मुंबई के लिए चलने वाली 122 ट्रेनों और मुंबई से वडोदरा के लिए जाने वाली 79 ट्रेनों का संचालन अब उधना रेलवे स्टेशन से होगा। यात्रियों को इन ट्रेनों के लिए सूरत स्टेशन की बजाय उधना पहुंचना होगा।
यात्रियों को नई व्यवस्था की जानकारी आसानी से उपलब्ध कराने के लिए रेलवे ने क्यूआर कोड जारी किया है। इस कोड को स्कैन करके यात्री ट्रेन संचालन से संबंधित अपडेट प्राप्त कर सकते हैं।
सूरत रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह परियोजना भारतीय रेलवे और गुजरात सरकार के सहयोग से संचालित है और इसे सूरत इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (SITCO) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। परियोजना पर लगभग 980 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है और इसे दिसंबर 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
पुनर्विकास परियोजना के तहत सूरत रेलवे स्टेशन को जीएसआरटीसी सिटी बस टर्मिनल, बीआरटीएस, मेट्रो और अन्य परिवहन साधनों के साथ जोड़ा जाएगा। प्लेटफॉर्म नं. 4 पर कॉनकोर्स कार्य पूरा हो चुका है और अब प्लेटफॉर्म नं. 2 और 3 पर काम शुरू हो रहा है।
पश्चिम रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे अपनी यात्रा से पहले ट्रेनों के समय और संचालन में हुए बदलाव की जानकारी प्राप्त करें। इस कदम से सूरत स्टेशन पर भीड़ कम होगी और संचालन में सुविधा होगी।
यह परिवर्तन यात्रियों के लिए अस्थायी असुविधा ला सकता है, लेकिन दीर्घकालिक रूप से यह सूरत रेलवे स्टेशन को आधुनिक और अधिक सुविधाजनक बनाएगा।