सूरत : बीआरटीएस बस के ड्राइवर की लापरवाही, यात्री का पैर दरवाजे में फंसा

लापरवाह बस चालक और एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी : सोमनाथ मराठे

सूरत : बीआरटीएस बस के ड्राइवर की लापरवाही, यात्री का पैर दरवाजे में फंसा

सूरत। सूरत नगर निगम द्वारा संचालित बीआरटीएस बस सेवाएं एक बार फिर विवादों में आ गई हैं। एक बड़ी लापरवाही के तहत, गोडादरा के मंगल पांडे बस स्टेशन से गुजर रही बीआरटीएस बस (क्रमांक जीजे 05 सीयू 8120) में एक यात्री का पैर दरवाजे में फंस गया। इसके बावजूद, बस ड्राइवर ने न तो बस रोकी और न ही स्थिति को गंभीरता से लिया।

घटना गोडादरा के मंगल पांडे बस स्टेशन पर हुई। जब यात्री बस में चढ़ रहा था, उसी समय ड्राइवर ने दरवाजा बंद कर दिया, जिससे यात्री का पैर दरवाजे में फंस गया। यात्री के फंसे होने के बावजूद, ड्राइवर ने बस को नहीं रोका और अगले बस स्टेशन तक बस चलाता रहा। बस करीब 15 मिनट तक रुकी नहीं।

बस में सवार अन्य यात्रियों ने ड्राइवर के इस रवैये पर नाराजगी जताई। यह एक गंभीर लापरवाही है जो बड़े हादसे का कारण बन सकती थी सौभाग्य से, फंसे हुए यात्री को कोई चोट नहीं आई। लेकिन घटना के दौरान यात्री को असुविधा और डर का सामना करना पड़ा।

लापरवाह बस चालक और एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी : नगर निगम परिवहन समिति अध्यक्ष 

सूरत में बीआरटीएस बस में यात्री का पैर दरवाजे में फंसने की घटना पर नगर निगम की परिवहन समिति के अध्यक्ष सोमनाथ मराठे ने कहा कि इस लापरवाही को गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने बताया कि ग्रीन सेल एजेंसी के प्रबंधक से इस बारे में चर्चा की गई है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि बस चालक को यात्री को पूरी तरह बस के अंदर आने के बाद ही दरवाजा बंद करना चाहिए था। इस घटना में बस खाली थी, इसलिए लापरवाही के लिए कोई बहाना स्वीकार्य नहीं है। यदि यात्री को किसी प्रकार की चोट आई हो, तो एजेंसी और बस चालक से चार्ज वसूले जाने का निर्देश दिया गया है।

ग्रीन सेल एजेंसी के बस चालकों के खिलाफ लापरवाही के कई मामले पहले भी दर्ज हो चुके हैं। एजेंसी को पहले भी बार-बार नोटिस जारी किए गए हैं और जुर्माना लगाया गया है। यदि एजेंसी और उसके कर्मचारियों द्वारा लापरवाही जारी रहती है, तो इस मामले में और सख्त कदम उठाए जाएंगे। 
एजेंसी को बार-बार नोटिस और जुर्माना लगाने के बावजूद समस्याओं का दोहराव यह दिखाता है कि अधिक कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
 

इस घटना ने सूरत के सार्वजनिक परिवहन की संचालन व्यवस्था और एजेंसी की जवाबदेही पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। सूरत नगर निगम द्वारा संचालित बीआरटीएस बस सेवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर यह घटना गंभीर सवाल खड़े करती है। अध्यक्ष सोमनाथ मराठे का बयान दर्शाता है कि नगर निगम इसे हल्के में नहीं लेगा और सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।

 

 

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