सूरत : करोड़ों की कच्चे सोने की तस्करी: 8.6 करोड़ के सोने के साथ दो गिरफ्तार
संदिग्ध चार पहिया वाहन की तलाशी ली और कपड़ों में छुपाए गए सोने के पैकेट बरामद किए
सूरत। सूरत पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। गुप्त सूचना के आधार पर गुरुवार को सीमाड़ा चेक पोस्ट पर 8.6 करोड़ रुपये मूल्य के कच्चे सोने के साथ दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई तब की गई जब पुलिस ने एक संदिग्ध चार पहिया वाहन की तलाशी ली और कपड़ों में छुपाए गए सोने के पैकेट बरामद किए।
विश्वसनीय मुखबिरों से मिली जानकारी के अनुसार, मारुति सेलेरियो वाहन में दो व्यक्ति बड़ी मात्रा में सोना लेकर सीमा चौकी की ओर बढ़ रहे थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने स्कूल के पास चेक पोस्ट लगाकर संदिग्ध वाहन का इंतजार किया।
संदिग्ध गाड़ी रोकने के बाद पुलिस ने ड्राइवर और सहयात्री की जांच की। आरोपियों ने अपने नाम हिरेन भरतभाई भट्टी (31 वर्ष) और मगन धनजीभाई धमेलिया (65 वर्ष) बताए। तलाशी के दौरान दोनों व्यक्तियों के शर्ट और पैंट के अंदर छुपाए गए कच्चे सोने के पैकेट मिले।
पुलिस ने दोनो आरोपियों से कुल 15.409 किलोग्राम कच्चा सोना जब्त किया जिसकी बाजार कीमत 8.57 करोड़ रुपये आंकी गई। इसके साथ ही पुलिस ने दो मोबाइल फोन (कीमत 13,000 रुपये) और एक मारुति सेलेरियो गाड़ी (कीमत 2.5 लाख रुपये) भी जब्त की।सोने के 8 अलग-अलग पैकेट बरामद किए गए।
पुलिस ने आरोपियों से सोने की स्वामित्व के प्रमाण पत्र मांगे, लेकिन वे कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने में असफल रहे। पुलिस ने इस पर स्वर्ण व्यवसायी पवन कुमार गौरीशंकर सोनी की सहायता से सोने की मात्रा, वजन, और गुणवत्ता की पुष्टि की।
आरोपियों ने दावा किया कि यह सोना महिधरपुरा इलाके से लेकर उवेल के पास स्थित एक फैक्ट्री में ले जाया जा रहा था। हालांकि, वे स्वामित्व या वैधता का कोई ठोस प्रमाण नहीं दे सके।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय नागरिक सुरक्षा अधिनियम की धारा-106 और 35(1)(ई) के तहत मामला दर्ज किया।सोने की तस्करी के संभावित नेटवर्क की जांच की जा रही है।पुलिस यह भी पता लगा रही है कि यह सोना किन-किन ज्वेलरी दुकानों से लिया गया और इसे किस उद्देश्य से ले जाया जा रहा था।जब्त किए गए सोने को आगे की जांच के लिए संबंधित विभाग को सौंप दिया गया है।
यह मामला सूरत में कच्चे सोने की तस्करी के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करता है। पुलिस की सतर्कता और गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई ने तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया। आगे की जांच से और भी खुलासे होने की संभावना है।