सूरत के कपड़ा उद्योग को गारमेंटिंग से मिलेगी नई ऊंचाई
एसजीसीसीआई के सेमिनार में उद्यमियों को मिले व्यापार बढ़ाने के गुर
सूरत: दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के ग्लोबल फैब्रिक रिसोर्स एंड रिसर्च सेंटर द्वारा आयोजित ‘टेक्सटाइल वीक’ के दौरान एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में सूरत के कपड़ा उद्योगपतियों को गारमेंटिंग व्यवसाय में सफल होने के लिए आवश्यक रणनीतियाँ बताई गईं।
कार्यक्रम में चेम्बर ऑफ कॉमर्स के मानद कोषाध्यक्ष मृणाल शुक्ल ने सभी का स्वागत करते हुए स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कपड़ा उद्योगपतियों और व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कपड़ा उद्योगपतियों को अब गारमेंटिंग पर ध्यान देना होगा। सरकार भी उद्योग जगत से उस दिशा में प्रयास करने की अपील कर रही है।
विशेषज्ञ वक्ता विशाल त्रिवेदी ने उद्यमियों को सलाह दी कि वे अपने उत्पादों को न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी पहुंचाएं। उन्होंने ई-कॉमर्स, फ्रेंचाइजी और व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से बाजार का विस्तार करने के तरीके बताए। त्रिवेदी ने यह भी जोर दिया कि उत्पादन प्रक्रिया को दक्ष बनाकर मार्जिन बढ़ाया जा सकता है।
चैंबर के पूर्व अध्यक्ष बी.एस. अग्रवाल ने कहा कि सूरत के व्यापारी गारमेंटिंग के क्षेत्र में बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि सूरत में एक सामान्य सुविधा केंद्र स्थापित किया जाए ताकि गुणवत्ता नियंत्रण सुनिश्चित किया जा सके।
इस सेमिनार में उद्यमियों ने गारमेंटिंग व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और विशेषज्ञों से सवाल-जवाब किए। इस आयोजन से सूरत के कपड़ा उद्योग को गारमेंटिंग के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंचने में मदद मिलेगी।
सेमिनार में चैंबर के पूर्व अध्यक्ष प्रफुल्ल शाह एवं महेंद्र काजीवाला एवं कपड़ा उद्यमी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन चैम्बर की जीएफआरआरसी समिति के सह-अध्यक्ष अमरीश भट्ट ने किया। विशेषज्ञ वक्ता ने कपड़ा उद्यमियों के विभिन्न प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया और फिर सेमिनार का समापन हुआ।