सूरत : बाहर की कपड़ा मंडियों में वर्क वाली भारी साड़ियों की मांग अधिक : कमलेश जैन

राज्यों की मंडियों में पार्सल पहुंचने में हो रहा विलंब

सूरत : बाहर की कपड़ा मंडियों में वर्क वाली भारी साड़ियों की मांग अधिक : कमलेश जैन

पिछले श्रावण माह से ही बाहर की कपड़ा मंडियों में के व्यापारी टेक्सटाइल नगरी सूरत की ओर रुख करने लगे, जिससे श्रावण माह के पहले सप्ताह से सूरत कपड़ा मार्केट में चहल-पहल शुरु हुआ, जो दिन-प्रतिदिन बेहतर ग्राहकी के रुप में बढ़ता गया। दीपावली के बाद शादी-विवाह के प्रसंग होने से हाल में उत्तर की कपड़ा मंडियों विशेषकर उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों की ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों में जबरदस्त ग्राहकी निकलने से कपड़ा मंडियों में कपड़ों की मांग बढ़ गई है, जिसका प्रभाव सूरत में भी देखने को मिल रही है।

हाल के दिनों में देश भर के राज्यों की कपड़ा मंडियों में अच्छी ग्राहकी होने से कपड़ों की खूब मांग हो रही। परिणाम स्वरूप बाहर की कपड़ा मंडियों में पार्सल काफी विलंब से पहुंच रहे हैं। 15 दिनों के बाद भी पार्सल नहीं मिलने पर बाहर की मंडियों के कपड़ा कारोबारी पार्सल के बारे में पूछताछ कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सही जवाब नहीं मिल पा रहा है। उनके पार्सलों के बार में पार्सल उठाने वाले मुकादम से लेकर ट्रांसपोर्ट वाले कुछ भी नहीं बता पा रहे हैं।

 मिलेनियम मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के कमेटी मेंबर कमलेश जैन ने लोकतेज से बताया कि हाल दिनों में दुकानों से तो पार्सल एक-दो दिन में पल्लेदार पार्सल तो उठा लेते हैं, लेकिन वह पार्सल तीन-चार दिनों तक मार्केट के नीचे खाली जगह में ही पड़े रहते हैं। यही कारण है कि बाहर की मंडियों में कपड़ा व्यापारियों को पार्सल मिलने में विलंब हो रहा है। पल्लेदार जब पार्सल लेकर ट्रांसपोर्ट के पास जाते हैं तो उसमें से कुछ पार्सल ट्रांसपोर्ट वाले लेते हैं कुछ रिटर्न कर देते हैं। 

हाल के दिनों में कौन सी वेराइटी की मांग सबसे अधिक हो रही है के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कमलेशभाई ने कहा कि इन दोनों वर्क वाली साड़ियां यानी महंगी साड़ियों की मांग अधिक है। उन्होंने बताया कि जरकन साड़ियों की डायमंड लगी हुई साड़ियों की मांग खूब हो रही है। इन साड़ियों  पर 200 से लेकर 1200- 1500 तक के वर्क किए जाते हैं। कुछ साड़ियों में एंब्रॉयडरी वर्क के साथ डायमंड लगे होते हैं तो कुछ साड़ियों में डायरेक्ट साड़ी पर वर्क किए जाते हैं। साथ ही नायलॉन स्टेपल आदि साड़ियों की भी मां खूब हो रही है। उन्होंने बताया कि इन वेरायटी के दाम भी बढ़ गए हैं। फिर भी व्यापारी लेने से संकोच नहीं कर रहे हैं। कुल मिलाकर महंगी वर्क वाली साड़ियों की मांग खूब हो रही है। 

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