सूरत : अदाणी फाउंडेशन द्वारा नवरात्रि पर आदिवासी महिलाओं को सशक्त करने की पहल
उमरपाड़ा में महिलाओं द्वारा संचालित संगठन बनाकर बढ़ाई जाएगी आजीविका
सूरत: अदाणी फाउंडेशन हजीरा ने नवरात्रि के पावन पर्व पर सूरत के उमरपाड़ा क्षेत्र में आदिवासी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। फाउंडेशन ने इन महिलाओं के लिए एक स्वयं सहायता समूह बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का बीड़ा उठाया है।
पिछले दो वर्षों से अदाणी फाउंडेशन इन महिलाओं को विभिन्न प्रशिक्षण और संसाधन प्रदान कर रहा है। अब, एक नए कदम में, अदाणी फाउंडेशन इन महिलाओं द्वारा संचालित एक संगठन की स्थापना करेगा। इस संगठन का उद्देश्य महिलाओं द्वारा उत्पादित कृषि उत्पादों, अचार, पापड़ आदि को उचित मूल्य पर बेचकर उनकी आय बढ़ाना है।
अदाणी फाउंडेशन की गुजरात सीएसआर प्रमुख पंक्तिबेन शाह ने बताया, "यह संगठन न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार लाएगा बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से भी सशक्त बनाएगा। हम इन महिलाओं को कृषि उत्पादों की बेहतर पैकेजिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।"
इस संगठन के माध्यम से महिलाओं को कृषि उत्पादों के साथ-साथ स्थानीय अचार और पापड़ आदि का उत्पादन करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें बीज और उर्वरक किट भी प्रदान किए जाएंगे ताकि वे अपने खेतों में बेहतर उत्पादन ले सकें। इसके अलावा, महिलाओं को जिला ग्राम विकास एजेंसी के सहयोग से अपने उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करने, पैकेजिंग और ब्रांडिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
संगठन पशुपालन पर भी ध्यान केंद्रित करेगा। महिलाओं को पशुओं के स्वास्थ्य और डेयरी उत्पादन के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही, कृषि और घरेलू उपयोग के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे।
अदाणी फाउंडेशन का यह प्रयास आदिवासी महिलाओं के जीवन में एक नई उम्मीद जगाएगा। इस संगठन के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी और अपने परिवारों का भरण-पोषण करने में सक्षम होंगी। यह पहल न केवल महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बल्कि समाज के विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है।