सूरत : जीएफआरआरसी द्वारा तीन दिवसीय यार्न एक्सपो का आयोजन कल से 

सरसाणा कन्वेंशन सेन्टर में आयोजित होने वाले विश्व स्तरीय यार्न एक्सपो में सभी ब्रांडेड व नए-नए यार्न निर्माता शामिल होंगे

सूरत : जीएफआरआरसी द्वारा तीन दिवसीय यार्न एक्सपो का आयोजन कल से 

सूरत में बहुत से नए-नए यार्न इस वर्ष प्रोड्यूस हुए हैं। जीएफआरआरसी (चैंबर द्वारा) आयोजित तीन दिवसीय यार्न एक्सपो का आयोजन 9-11 अगस्त 2024  दरम्यान कन्वेंशन सेन्टर सरसाणा में किया जा रहा है। इसमें 100 से ज्यादा यार्न निर्माता पार्टिसिपेट करेंगे। सूरत जीएफआरआरसी (चैंबर द्वारा) आयोजित यार्न एक्सपो वर्ल्ड क्लास का एक्सपो कहलाता है। जिसमें पूरे भारतवर्ष से सभी ब्रांडेड व नए-नए यार्न निर्माता शामिल होते हैं। 

जीएफआरआरसी के चेयरमैन गिरधर गोपाल मूंदड़ा ने बताया कि इस एक्सपो में सिर्फ यार्न ही डिस्प्ले होता है। 2018 से हम लोग यार्न का एग्जिबिशन सूरत में कर रहे हैं। कारण कि यहां के बायर (लूम्स वाले) पूरे भारत में जहां-जहां यार्न एग्जिबिशन होता था, वहां जाते थे। अतः हम लोग जीएफआरआरसी  में यार्न एक्सपो करने का निर्णय लिया। 

 जीएफआरआरसी के चेयरमैन ने कहा कि चीन के बाद भारत दुनिया में पॉलिएस्टर फाइबर व यार्न का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। भारत में पॉलिएस्टर यार्न की उत्पादन क्षमता सालाना 45 से 50 लाख मैट्रिक टन के बीच है। वहीं चीन ग्लोबली एमएमएफ फाइबर और यार्न का 54 प्रतिशत उत्पादन करता है। भारतीय नायलॉन फिलामेंट यार्न (एनएफवाय) का अभी कुल उत्पादन 2024 में 43.43 हजार मेट्रिक टन है। भारत में 2030 तक 52.44 
हजार मेट्रिक टन तक पहुंचने की उम्मीद है।

 गिरधर गोपाल मूंदड़ा ने बताया कि विस्कोस फिलामेंट यार्न जो सूरत में ज्यादातर यूज होता है। इसका उत्पादन भारत में 48000 मेट्रिक टन होता है। इसकी खपत भारत में 120000 मेट्रिक टन की है। उसमें से अधिकांश खपत सूरत में होती है। बाकी इंपोर्ट होता है।  विश्व के सभी देशों की लॉजिस्टिक कास्ट 8 प्रतिशत एवरेज है जो कि भारत में 14 से 15 प्रतिशत है। उस पर सरकार ध्यान दे रही है। चीन हर साल टेक्सटाइल क्षेत्र में 40000 पेटेंट कराता है, जबकि भारत कोई भी पेटेंट नहीं कराता। यदि इनोवेशन हम नहीं करेंगे तो चीन से मुकाबला नहीं कर पाएंगे।

पिछले वर्ष एक्सपो में यह यार्न दिखने को मिले थे

पिछले वर्ष एक्सपो में नए-नए यार्न नेचुरल प्रोडक्ट के साथ-साथ हाइब्रिड यार्न, कॉटन वूल, सिल्क लेनिन, रेमिक, 100 प्रतिशत रीसायकल यार्न, बाम्बू यार्न, ग्रेनाइट यार्न, हेम्प यार्न, तथा पॉलिएस्टर व नायलॉन, विस्कोस, एंटीबैक्टीरियल स्पेसिडीटी यार्न, इलास्टिक, मैटेलिक, एंब्रॉयडरी, टेक्सचर, स्लब इत्यादि यार्न  देखने को मिले थे।

इस वर्ष नए यार्न एक्सपो में देखने को मिलेंगे 

इस वर्ष जो नए यार्न इस एक्सपो में देखने को मिलेंगे उसमें स्प्रिम यार्न यह सेल्फ स्ट्रेच यार्न है। यह लाइक्रा यार्न के सामने बहुत सॉफ्ट यार्न है। इसे ट्वीस्ट करके वार्प वह वेफ्ट दोनों में चला सकते हैं। साथ ही इन दोनों यार्न से लेडिस वेयर व शूटिंग आदि बन सकते हैं। मिस्ट्री यार्न सेल्फ स्ट्रेच में कॉटन फील देता है। इसे ट्वीस्ट व बिना ट्वीस्ट के भी यूज 
कर सकते हैं।  सॉफ्ट स्ट्रेच यार्न यह लाइक्रा का रिप्लेसमेंट है। यह यार्न लाइक्रा के सामने साफ्ट होता है व कॉटन फील भी देता है। साथ ही साथ वूल फीलिंग वाले यार्न भी इस एक्सपो में देखने को मिलेंगे।

 
 

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