सूरत : ईएसआईसी अस्पताल निर्माण कार्य दिसंबर-2024 तक हो जाएगा: हेमंत पांडे क्षेत्रीय निदेशक, ईएसआई

चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से 'ईएसआई एक्ट 1948' पर सेमिनार आयोजित

सूरत : ईएसआईसी अस्पताल निर्माण कार्य  दिसंबर-2024 तक हो जाएगा: हेमंत पांडे क्षेत्रीय निदेशक, ईएसआई

दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने  'ईएसआई अधिनियम 1948' पर एक सेमिनार शुक्रवार को सरसाना, सूरत में आयोजित किया गया था। जिसमें गुजरात राज्य के ईएसआई कॉर्पोरेशन के क्षेत्रीय निदेशक हेमंत पांडे और ईएसआई कॉर्पोरेशन सूरत के प्रभारी उप निदेशक दीपक मलिक वक्ता के रूप में उपस्थित थे।

चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय मेवावाला ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा, ''संसद द्वारा पारित कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई) अधिनियम 1948 स्वतंत्र भारत में कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा के लिए पहला प्रमुख कानून था। ईएसआई अधिनियम कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय प्रदान करता है। जरूरत के समय उनके स्वास्थ्य और वित्तीय कल्याण को सुनिश्चित करता है और अंततः कर्मचारी और उनके परिवारों के लिए आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देता है।

हेमंत पांडे ने कहा, 'वर्ष 2019 से सूरत शहर में ईएसआईसी का अस्पताल निर्माण कार्य शुरू हो गया है, इसलिए कर्मचारियों के सामने आने वाली समस्याओं का समाधान दिसंबर-2024 तक किया जाएगा। अब कर्मचारी को ऑनलाइन क्लेम करके ईएसआईसी का लाभ कैसे मिल सकता है, इसकी पढ़ाई एक साथ करनी होगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि दक्षिण गुजरात में पारडी, गुंदलाव, उमरगाम और सरीगाम के कर्मचारियों के लिए चार नई डिस्पेंसरियां जल्द ही शुरू की जाएंगी। उन्होंने संशोधित नियोक्ता उपयोगिता औषधालय योजना के तहत उपलब्ध विभिन्न लाभों के बारे में जानकारी दी। 
 दीपक मलिक ने ईएसआईसी पर एक प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा, 'ईएसआईसी पीएमजेएवाय के साथ जल्द ही एमओयू साइन होने वाला है। जिससे कर्मचारियों को फायदा होगा। पुराना जर्जरीत सलाबतपुरा शाखा अस्पताल का डिमोलिशन के तत्काल निर्माण किया जाएगा। उन्होंने ईएसआई के व्हाट्सएप चैनल, उमंग ऐप का उपयोग करने और ईएसआई सदस्यों के आधार को एएए+ ऐप पर लिंक करने का सुझाव दिया।'

सेमिनार में कहा गया कि सूरत 462 वर्ग किमी का शहर बन गया है, जबकि ईएसआई की मुख्य सेवाएं 5 वर्ग किमी के दायरे में हैं, कर्मचारियों को इलाज के लिए दूर-दूर से छुट्टी लेकर जाना पड़ता है। यानी उधना, वराछा, अडाजण, पाल, वेसु, रांदेर, डिंडोली जैसे क्षेत्रों में नए अस्पताल शुरू करने और सभी मौजूदा अस्पतालों में डॉक्टरों की भर्ती करने का प्रस्ताव रखा गया। अधिकारियों को यह भी बताया गया कि ईएसआई का मुख्य अस्पताल, जनरल अस्पताल, पिछले नौ महीनों से बंद है इस लिए प्रत्येक कर्मचारी को सिविल अस्पताल भेजा जाता है। इससमस्या को जल्द से जल्द हल करने के लिए उच्चस्तर पर पेशकश की जा रही है।

इसके अलावा, ईएसआई जनरल अस्पताल वर्तमान में काम नहीं कर रहा है, इसलिए सभी मरीजों को पांडेसरा अस्पताल भेजा जाता है, जहां शाम 5 बजे के बाद डॉक्टर मौजूद नहीं होते हैं। जिसके कारण आपातकालीन सेवाएं बाधित होती हैं, इसके लिए उचित कदम उठाने का सुझाव दिया गया।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष  निखिल मद्रासी ने उपस्थित लोगों को धन्यवाद दिया। पूरे कार्यक्रम का संचालन चैंबर की श्रम कानून समिति के अध्यक्ष सोहेल सवानी ने किया। सेमिनार के प्रश्नोत्तरी सत्र में अतिथियों ने उपस्थित लोगों के सवालों का संतोषजनक उत्तर दिया और उसके बाद सेमिनार का समापन किया गया।

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