सूरत : सूर्यपुत्री तापी नदी का प्रागट्य दिवस समारोह, 1100 मीटर चुंदड़ी चढ़ाई

सूर्यपुत्री तापी नदी का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया गया

सूरत : सूर्यपुत्री तापी नदी का प्रागट्य दिवस समारोह, 1100 मीटर चुंदड़ी चढ़ाई

हर साल की तरह इस साल भी आषाढ़ महीने की 7 तारीख को तापी माता (नदी) का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। 'सूर्यपुत्री' तापी मैय्या के प्रागटय दिवस पर पूज्य मोटा सूर्योदय घाट से कुरुक्षेत्र श्मशान भूमि जिनोधर ट्रस्ट की ओर से 1100 मीटर लंबी चुंदड़ी चढ़ाई गई।

कुरुक्षेत्र घाट का महत्व

कहा जाता है कि कुरुक्षेत्र घाट वही स्थान है जहाँ प्राचीन काल में तापी माता की पूजा की जाती थी।

तापी नदी का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जमनाजी भक्ति देती हैं, गंगा ज्ञान देती हैं, नर्मदा मैय्या आनंद देती हैं, और तापी की तपस्या इतनी फलदायी है कि एक क्षण की तपस्या भी कई गुना फल देती है। तापी नदी हमें शुद्ध करती है, इसलिए हमें भी इसमें कूड़ा-कचरा न फेंककर इसे स्वच्छ रखने का प्रयास करना चाहिए।

चुंदड़ी चढ़ाई और उत्सव

कमलेश सेलार ने बताया कि आज तापी माता के निर्वाण दिवस पर दु:खों और पापों का नाश करने वाली लोकमाता तापी नदी की पूजा करते हुए 1100 मीटर लंबी चुंदड़ी चढ़ाई गई। इस कार्यक्रम में विभिन्न मंडलियों ने भाग लिया। नाव में बैठकर पूजा-अर्चना सहित उत्सव मनाया गया। पर्याप्त संख्या में नावों की व्यवस्था की गई थी। गायत्री परिवार, पटेल परिवार, भूदेव समेत समाज के सभी वर्गों के लोग इस उत्सव में शामिल हुए।

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