सूरत : पुलिसकर्मी का बेटा चरस और गांजा का कारोबार करते हुए पकड़ा गया
जो ग्राहकों को खिलौने और नमकीन के पैकेट में भेजता था चरस और गांजा
सूरत में कोई भी नशे का कारोबार न कर सके, इसके लिए सूरत शहर पुलिस द्वारा सितंबर 2020 से अब तक 'नो ड्रग्स इन सूरत' का अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत उमरा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस पुत्र को चरस और गांजा का सौदा करते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। उमरा पुलिस ने आरोपी दिव्येश कड़वा को डिलीवरी देने आते समय सिटीलाइट क्षेत्र से पकड़ लिया। पता चला है कि उसके पिता सूरत पुलिस मुख्यालय में कार्यरत हैं। फिलहाल उमरा पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर चुकी है।
8 ग्राम गांजा और 198 ग्राम चरस बरामद की गई
वेसू थाने की सर्विलांस टीम गश्त पर थी। इसी दौरान एक व्यक्ति पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगा, जिसे पुलिस ने तुरंत रोका। उससे पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसका नाम दिव्येश कड़वा है। पुलिस को उसके पास से करीब 8 ग्राम गांजा और 198 ग्राम चरस मिली। इसलिए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और अपराध दर्ज कर 4 दिन के लिए प्रतिष्ठित अदालत में रिमांड पर भेज दिया गया है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है।
खिलौनों और नाश्ते की पैकेट में नशे की डिलीवरी
एसीपी विजय मनोदरा ने बताया कि आरोपि ने नवसारी के सुलेमान से स्नैपचैट मैसेज के जरिए चरस और वराछा के विजय वघासिया से व्हाट्सएप और टेलीग्राम मैसेज के जरिए गांजा मंगवाया था। आरोपी हमारे पुलिस विभाग की एमटी शाखा में कार्यरत एक कांस्टेबल का बेटा है। पिछले 8 महीनों से वह अपने परिवार से अलग हो गया है और अलथान, ब्रेड लाईनर सर्कल के पास रह रहा है। आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से ऑर्डर लेता था और इन सामानों का भुगतान आंगडिया के माध्यम से भेजा जाता था। नशे के सामान को खिलौने या नमकीन के पैकेट में भेजा जाता था। आरोपी ने कभी भी सही पता नहीं बताया। जब भी डिलीवरी पर्सन यानी कूरियर वाला घर पहुंचता था, तो घर का पता गलत होता था तभी कुरीयर पर्सन दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल करता था और कूरियर पर्सन को किसी अन्य जगह बुलाकर सामान ऑर्डर करता था। वह चार महीने से इस काम में लगे हुए हैं।