सऊदी अरब भारत के सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से एक: प्रधानमंत्री
दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है
नई दिल्ली, 11 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत के लिए सऊदी अरब हमारे सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस बिन सलमान ने भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। बैठक में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत-सऊदी अरब स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल की पहली लीडर्स मीटिंग में भाग लेते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है। 2019 की मेरी सऊदी अरब यात्रा के दौरान हमने इस काउंसिल की घोषणा की थी। इन चार वर्षों में यह हमारी रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ करने के प्रभावी माध्यम के रूप में उभरा है। मुझे ख़ुशी है कि इस काउंसिल के अंतर्गत दोनों समितियों की कई बैठकें हुई हैं, जिनसे हर क्षेत्र में हमारा आपसी सहयोग निरंतर बढ़ रहा है। बदलते समय की ज़रूरतों के अनुसार हम हमारे संबंधों में नए और आधुनिक आयाम जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “भारत के लिए सऊदी अरब हमारे सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक पार्टनर्स में से है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व की दो बड़ी और तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं के रूप में हमारा आपसी सहयोग पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बैठक में हमने हमारी करीबी साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाने के लिए कई पहल की पहचान की। आज की हमारी बैठक से हमारे संबंधों को एक नयी ऊर्जा, एक नयी दिशा मिलेगी, और हमें मिलकर मानवता की भलाई के लिए काम करते रहने की प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि कल हमने मिलकर भारत- पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक कॉरिडोर स्थापित करने के लिए ऐतिहासिक शुरुआत की है। यह कॉरिडोर केवल दोनों देशों को ही आपस में नहीं जोड़ेगा बल्कि एशिया, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक सहयोग, उर्जा के विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को बल देगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और सऊदी अरब की मित्रता, क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता, समृद्धि और मानव कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है।