अहमदाबाद : अब सभी सनातनियों के एक होने का समय : धीरेन्द्र शास्त्री
अहमदाबाद के वटवा में बागेश्वर पीठाधीश्वर का संबोधन, कहा- अयोध्या में विराजमान हैं रामलला, अब मथुरा की बारी
बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने अहमदाबाद के वटवा में आयोजित देवकीनंदन महाराज की कथा के मंच से लोगों को संबोधित किया। उन्होंने सनातन विरोधियों पर जमकर निशाना साधा और हिंदुओं से जाग्रत होने की अपील की। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'अयोध्या में रामलला की स्थापना हो चुकी है और अब मथुरा की बारी है। अब भागने का समय नहीं है। अब समय आ गया है कि हिन्दू (सनातनी) मिलकर काम करें। अभी नहीं जागे तो भविष्य में रामकथा नहीं होगी, शिव महापुराण की कथा नहीं होगी, भागवत सप्ताह नहीं होगा।
29 को अहमदाबाद में दरबार का आयोजन
उन्होंने कहा कि मैं पहली बार गुजरात आया हूं। मैं दस दिन रहने वाला हूं। 29 तारीख को चाणक्यपुरी में दिव्य दरबार का आयोजन किया गया है। 30 को प्रवचन है। सभी सनातनी हिन्दू एक हो जाओ। भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना है।
अहमदाबाद में बाबा बागेश्वर का भव्य स्वागत किया गया
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री अहमदाबाद पहुंचे। अहमदाबाद में भक्तों द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया है। बाबा बागेश्वर का फुलहार पहनाकर स्वागत किया गया। धीरेंद्र शास्त्री भी भक्तों का अभिवादन प्राप्त करते नजर आए। धीरेंद्र शास्त्री का काफिला अहमदाबाद एयरपोर्ट से सीधे अमराईवाड़ी पहुंचा। जहां बाबा ने शिव कथा यजमान राम प्रताप चौहान के घर चाय की चुस्की भी ली। अमराईवाड़ी में भी बड़ी संख्या में बाबा के समर्थक और भक्त नजर आए। यहां भी बाबा ने अपने समर्थकों को नाराज नहीं किया और सभी को कार से ही चीयर किया। बाबा ने भक्तों का हाथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार किया और सभी का आभार व्यक्त किया।
वाई श्रेणी की सुरक्षा बागेश्वर बाबा को
बागेश्वर धाम के पुजारी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को Y श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी। पिछले कुछ दिनों से धीरेंद्र शास्त्री को लगातार धमकियां मिल रही थीं और उनके बयान पर विवाद खड़ा हो रहा था। सरकार के इस फैसले के पीछे यही कारण माना जा रहा है।
लगातार विवादित बयानों से विवादों में रहते हैं
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने जब से हिंदू राष्ट्र की बात कही है, तब से उनकी लगातार आलोचना हो रही है। कई संगठनों ने हिंदू राष्ट्र बनाने के उनके बयान पर सवाल उठाया है और कई राजनीतिक दलों द्वारा शास्त्री पर लगातार हमला किया गया है। यही वजह है कि धीरेंद्र शास्त्री के समर्थक लगातार कृष्णा शास्त्री की सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे थे।