बजट 2023 : जानिये डिजीलॉकर को और सुविधाजनक बनाने के लिये क्या प्रावधान किया गया है, अपनी पहचान और पता खुद की कर सकेंगे अपडेट
डिजीलॉकर और आधार का उपयोग KYC की जरूरतों संबंधी वन-स्टॉप समाधान के रूप में किया जा सकेगा
आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्रीय बजट-2023 पेश किया, जिसमें उन्होंने डिजिटल को अहमियत देने पर जोर दिया। आने वाले दिनों में लोग मोबाइल एप - डिजिलॉकर की मदद से पहचान और पता अपडेट कर सकेंगे।
डिजिलॉकर और आधार का इस्तेमाल
वित्त मंत्री ने कहा कि डिजिलॉकर के जरिए आप कम समय में आसानी से पता और पहचान पत्र को अपडेट कर सकेंगे। डिजीलॉकर और आधार का उपयोग केवाईसी आवश्यकताओं के लिए वन-स्टॉप समाधान के रूप में किया जा सकता है।
लोग अपने स्वयं के दस्तावेजों को संपादित करने में सक्षम होंगे
बजट में कहा गया है कि डिजिलॉकर अब वन-स्टॉप केवाईसी रखरखाव प्रणाली होगी। इस नई व्यवस्था के तहत लोग अपने दस्तावेजों को खुद संपादित कर सकेंगे और ये बदलाव डिजिलॉकर से जुड़े आपके सभी दस्तावेजों में दिखाई देंगे। इस नई प्रणाली का उपयोग एक-चरणीय समाधान के रूप में किया जा सकता है। निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान कहा कि डिजिलॉकर विभिन्न सरकारी एजेंसियों, नियामकों और नियामक निकायों द्वारा किसी व्यक्ति की पहचान करने और उनके पते से मिलान करने और उस व्यक्ति की पहचान और पते के बारे में किसी भी अधिसूचना को अपडेट करने के लिए बनाई गई सुविधा का एकमात्र समाधान होगा।
डिजिलॉकर का उपयोग करना
भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत डिजिलॉकर सेवा की मदद से हम अपने लिए महत्वपूर्ण प्रमाणपत्रों को डिजिटल रूप में सहेज सकते हैं। यदि हम डिजिलॉकर में विभिन्न सरकारी या गैर-सरकारी संगठनों द्वारा जारी प्रमाणपत्रों को संग्रहीत करते हैं, तो आईटी अधिनियम के अनुसार उनकी कानूनी वैधता होती है। यानी अगर हमसे ड्राइविंग लाइसेंस या आधार कार्ड की हार्ड कॉपी मांगी जाती है, तो हम उसकी जगह डिजीलॉकर में उस संस्था द्वारा जारी की गई डिजिटल कॉपी दिखा सकते हैं।
डिजिलॉकर में स्टोर करना और शेयर करना आसान
अधिक से अधिक विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संगठन डिजिलॉकर में शामिल हो रहे हैं। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन को भी डिजिलॉकर के साथ जोड़ा गया है। इसके कारण अब हमारे कोविड के अलावा अन्य प्रकार के टीकाकरण रिकॉर्ड, डॉक्टरों के नुस्खे, प्रयोगशाला रिपोर्ट, अस्पताल डिस्चार्ज सारांश आदि विवरण डिजीलॉकर में संग्रहीत किए जा सकते हैं। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य सेवाओं को एक साथ जोड़ा जा रहा है। एक बार जब विभिन्न अस्पताल, डॉक्टर, प्रयोगशालाएं आदि इस मिशन में शामिल हो जाते हैं, तो उनकी रिपोर्ट को डिजिटल रूप में आसानी से संग्रहीत और साझा किया जा सकता है।
डिजिलॉकर अकाउंट में नॉमिनी जोड़ना भी आसान है
- अपने स्मार्टफोन में Digilocker ऐप इंस्टॉल करें या कंप्यूटर पर https://www.digilocker.gov.in/ URL पर जाएं (यदि आपने इसमें खाता नहीं खोला है, तो आप कुछ औपचारिकताएं करके विभिन्न प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं)।
- अब मेन्यू पर क्लिक करें। इसमें नॉमिनी विकल्प को चुनें।
- यहां हमें बताया जाएगा कि भविष्य में हमारा नॉमिनी हमारे डिजिलॉकर अकाउंट को एक्सेस कर सकता है। अब "एड नॉमिनी" पर क्लिक करें।
- नाम, आधार, जन्म तिथि, नामांकित व्यक्ति के साथ संबंध जैसे विवरण जमा करें।
- हमारे खाते में इस परिवर्तन की पुष्टि करने के लिए हमारे पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी दें।
- नॉमिनी हमारे खाते में जुड़ जाएगा।