सूरत : पढ़ाई के लिए बच्चों को दिलवाया मोबाइल बन चुका है माँ-बाप के लिए बहुत बड़ी मुसीबत, १५ साल की बच्ची हुई प्रेमी के साथ फरार

पूरा मामला सिविल कैंपस स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर तक पहुंचा, काउंसलिंग के बाद बेटी अपने माता-पिता के साथ घर लौट गई

आज के समय मोबाइल और इंटरनेट जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है। हर काम में इनकी जरुरत पड़ती ही है। अब तो ऐसा लगता है मानों इनके बिना जीवन संभव ही नहीं है। इनके कारण पूरी दुनिया एक छोटे से गांव की तरह हो गई है। दुनिया के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति को एक उंगली के स्पर्श से दुनिया के दूसरे कोने से संपर्क किया जा सकता है। साथ ही कोरोना के कारण बच्चे-बच्चे के हाथों में फोन आ गया। एक तरफ अचानक फोन मिलने और इन्टरनेट पर अतिरिक्त उपलब्धता के बीच आज के युवा दिन-ब-दिन फेसबुक, व्हाट्सएप, स्नैपचैट और इंस्टाग्राम सहित सोशल मीडिया में डूबे हुए हैं और कभी-कभी ऐसे काम करते हैं जो माता-पिता या अभिभावकों के लिए विनाशकारी हो सकते हैं। ऐसा ही एक मामला सूरत शहर के कटारगाम इलाके में सामने आया है। कोरोना काल में 15 वर्षीय बेटी को उसके माता-पिता द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई के लिए दिए गए मोबाइल फोन के कारण वो क्या पढ़ी वो तो पता नहीं पर वह प्रेमी के साथ भाग गई। अंत में पूरा मामला सिविल कैंपस स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर तक पहुंचा, काउंसलिंग के बाद बेटी अपने माता-पिता के साथ घर लौट गई।

जून 2022 का है मामला


कार्यालय महिला एवं बाल अधिकारी सूरत द्वारा संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रबंधक ममताबेन काकलोतार ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला जून 2022 में उनके पास पहुंचा था। 15 साल की इस बच्ची के माता-पिता ने उसके उज्ज्वल भविष्य के कई संकेत देखे। कोरोना के समय में उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई के लिए एक एंड्राइड फोन की जरूरत थी और बिना एक पल की देरी किए उनके माता-पिता ने उन्हें नया मोबाइल फोन दे दिया। लेकिन समय के साथ यह मोबाइल फोन उनके लिए आपदा बन गया। हुआ ऐसा कि छात्र ने ऑनलाइन पढ़ाई से ज्यादा सोशल मीडिया पर ध्यान देना शुरू कर दिया। इसी बीच एक दिन एक अनजान युवक ने उसे फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी।

प्रेमी के साथ भागने को हुई तैयार


फिर दोस्ती के रूप में शुरू हुई बातचीत एक प्रेम संबंध तक पहुंच गई। दोनों ने एक दूसरे से मिलने का फैसला किया, अज्ञात युवक उसके घर के पास रहने वाला 22 वर्षीय परिचित निकला। हालांकि, एक दूसरे को देखे बिना अंध प्रेम में तरुणी ने अपने से सात साल बड़े एक युवक को अपना प्रेमी मान लिया और समय रहते अपने प्रेमी के साथ घर से भागने का फैसला किया, लेकिन मामला तब बिगड़ गया जब उसके माता-पिता को पता चला। सोशल मीडिया पर प्यार से अंधी हो चुकी युवती किसी की बात समझने को तैयार नहीं थी। आखिरकार पूरा मामला सखी वन स्टॉप सेंटर तक पहुंच गया।

काउंसलिंग के बाद लौटी घर


केंद्र में छात्रा और उसके प्रेमी की काउंसलिंग की गई। उन्होंने उन्हें उन समस्याओं से अवगत कराया जो परिवार को भविष्य में उनके प्रेम संबंधों के कारण सामना करना पड़ेगा, कानूनी समस्याएं जो छात्र की कम उम्र के कारण युवक के लिए उत्पन्न होंगी। अंत में छात्रा अपने प्रेमी को छोड़कर अपने माता-पिता के साथ घर लौटने को तैयार हो गई। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र में दर्ज कुल प्रेम संबंधों के 50 प्रतिशत मामलों का कारण सोशल मीडिया है।
गौरतलब है कि ये तो एक ही मामला है, जो सखी केंद्र में आने से सामने आ गया वरना इसके अलावा बहुत से ऐसे मामले है जिसमें पढाई के लिए मिले मोबाइल के कारण बहुत से वारदात हुए है।
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