सिविल सेवा परीक्षा में अव्वल रहीं शक्ति दुबे को 51.5 प्रतिशत अंक मिले

सिविल सेवा परीक्षा में अव्वल रहीं शक्ति दुबे को 51.5 प्रतिशत अंक मिले

(अश्विनी श्रीवास्तव)

नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की ओर से जारी चयनित अभ्यर्थियों के अंकों के विवरण के अनुसार, काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की स्नातकोत्तर छात्रा शक्ति दुबे ने सिविल सेवा परीक्षा में 51.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर शीर्ष स्थान हासिल किया।

दुबे (28) को कुल 1,043 अंक मिले - लिखित परीक्षा में 843 और साक्षात्कार में दो सौ। उन्होंने राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध को वैकल्पिक विषय के रूप में लेकर अपने पांचवें प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण की।

इस परीक्षा में मेधा सूची कुल 2,025 अंकों की परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर तैयार की जाती है। लिखित या मुख्य परीक्षा 1,750 अंकों की होती है और साक्षात्कार 275 अंकों का होता है।

दूसरा स्थान पाने वाली हर्षिता गोयल ने 1,038 (51.28 प्रतिशत) अंक हासिल किये। उन्होंने मुख्य परीक्षा में 851 अंक और साक्षात्कार में 187 अंक प्राप्त किये।

गोयल ने चार्टर्ड अकाउंटेंसी में स्नातकोत्तर किया है। उन्होंने बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक किया था। गोयल (24) ने अपने तीसरे प्रयास में राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध को वैकल्पिक विषय के रूप में रखकर परीक्षा उत्तीर्ण की। वह गुजरात के वडोदरा में रहती हैं और उनका गृह राज्य हरियाणा है।

तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाले डोंगरे अर्चित पराग और शाह मार्गी चिराग को क्रमशः 1,038 (मुख्य परीक्षा में 848 और साक्षात्कार में 190) और 1,035 (मुख्य परीक्षा में 825 और साक्षात्कार में 210) अंक मिले हैं।

इस प्रकार पराग ने भी 51.28 प्रतिशत और चिराग ने 51.11 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं।

पराग ने तमिलनाडु के वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (वीआईटी) से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में ‘बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी’ की डिग्री हासिल की है। पुणे के मूल निवासी 26 वर्षीय पराग ने अपने तीसरे प्रयास में यह परीक्षा उत्तीर्ण की।

चिराग (26) ने गुजरात प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अहमदाबाद से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की है। उन्होंने अपने पांचवें प्रयास में परीक्षा उत्तीर्ण की।

दिल्ली के आकाश गर्ग को 1,032 अंक (मुख्य परीक्षा में 831 और साक्षात्कार में 201) या 50.96 प्रतिशत मिले हैं।

गर्ग (24) ने अपने दूसरे प्रयास में पांचवां स्थान हासिल किया, जिसमें उनका वैकल्पिक विषय समाजशास्त्र था।

उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से कंप्यूटर विज्ञान में प्रौद्योगिकी स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।

इस साल 1,009 अभ्यर्थी- 725 पुरुष और 284 महिलाएं - सिविल सेवा परीक्षा में सफल हुए हैं, जिसके परिणाम मंगलवार को घोषित किए गए।

यूपीएससी द्वारा प्रतिवर्ष सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है - प्रारंभिक, मुख्य और व्यक्तित्व परीक्षण (या साक्षात्कार) - जिसके माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) समेत अन्य केंद्रीय सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन किया जाता है।

प्रारंभिक परीक्षा में 400 अंकों के दो बहुविकल्पीय प्रश्न पत्र होते हैं। प्रारंभिक परीक्षा का प्रत्येक प्रश्न पत्र 200 अंकों का होता है।

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 पिछले साल 16 जून को आयोजित की गई थी। परीक्षा के लिए कुल 9,92,599 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिनमें से 5,83,213 परीक्षा में शामिल हुए।

सितंबर 2024 में आयोजित लिखित (मुख्य) परीक्षा में बैठने के लिए 14,627 अभ्यर्थी पात्र हुए। इनमें से 2,845 अभ्यर्थी व्यक्तित्व परीक्षण या साक्षात्कार के लिए अर्हता प्राप्त कर पाए, जो इस वर्ष सात जनवरी से 17 अप्रैल के बीच आयोजित किया गया था।

सफल अभ्यर्थियों में से 335 सामान्य वर्ग से, 109 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से, 318 अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से, 160 अनुसूचित जाति (एससी) और 87 अनुसूचित जनजाति (एसटी) से हैं।

पिछले साल आदित्य श्रीवास्तव ने 54.27 प्रतिशत या 1,099 अंकों (मुख्य परीक्षा में 899 और साक्षात्कार में 200) के साथ सिविल सेवा परीक्षा 2023 में शीर्ष स्थान हासिल किया था।