जेईई (मेन) दूसरा सत्र: 24 परीक्षार्थियों ने 100 एनटीए ‘स्कोर’ हासिल किया
नयी दिल्ली, 19 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा शनिवार को घोषित इंजीनियरिंग की संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई-मेन) के परिणाम में 24 परीक्षार्थियों ने 100 ‘स्कोर’ हासिल किया।
परीक्षा में शीर्ष स्थान पर रहने वालों में राजस्थान के सात परीक्षार्थी, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश एवं महाराष्ट्र के तीन-तीन, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और गुजरात के दो-दो और कर्नाटक एवं आंध्र प्रदेश का एक-एक परीक्षार्थी है। इनमें से दो छात्राएं हैं।
शीर्ष स्थान पाने वालों में 21 परीक्षार्थी सामान्य श्रेणी और एक-एक परीक्षार्थी अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी से है।
इस अहम परीक्षा के दूसरे सत्र में 9.92 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। पहले सत्र में 10.61 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी।
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के अधिकारियों के अनुसार, एनटीए ‘स्कोर’ अंकों के प्रतिशत के समान नहीं, बल्कि सामान्यीकृत ‘स्कोर’ है।
उन्होंने बताया कि एनटीए ‘स्कोर’ बहु-सत्रीय परीक्षा में सामान्यीकृत ‘स्कोर’ होता है और एक सत्र में परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले सभी परीक्षार्थियों के सापेक्ष प्रदर्शन पर आधारित होता है।
अधिकारियों के अनुसार, प्रत्येक परीक्षार्थी के लिए प्राप्त ‘स्कोर’ को 100 से 0 तक के पैमाने पर परिवर्तित किया जाता है।
जेईई (मेन) पेपर-एक और पेपर-दो के परिणामों के आधार पर जेईई (एडवांस्ड) परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को छांटा जाएगा। सफल परीक्षार्थियों को 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में प्रवेश मिलता है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘जो परीक्षार्थी परीक्षा के दोनों सत्रों में उपस्थित हुए, उनके लिए दोनों सत्रों का सर्वश्रेष्ठ एनटीए ‘स्कोर’ घोषित किया गया है।’’
परीक्षा 13 भाषाओं - असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू में आयोजित की गई थी।
जेईई (मेन) के दूसरे सत्र में 300 शहरों में 531 विशिष्ट परीक्षा केंद्रों पर परीक्षाओं का आयोजन किया गया जिनमें भारत के बाहर के 15 शहर शामिल है। विदेश में मनामा (बहरीन), दोहा सिटी (कतर), शारजाह, अबू धाबी एवं दुबई (संयुक्त अरब अमीरात), मस्कट (ओमान), रियाद (सऊदी अरब), सिंगापुर, कुवैत सिटी (कुवैत), कुआलालंपुर (मलेशिया), काठमांडू (नेपाल), वेस्ट जावा (इंडोनेशिया), वाशिंगटन (अमेरिका), लागोस (नाइजीरिया) और म्यूनिख (जर्मनी) में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
पहले सत्र में 39 परीक्षार्थियों के एनटीए ‘स्कोर’ घोषित नहीं किए गए थे क्योंकि वे अनुचित व्यवहार में लिप्त पाए गए थे। दूसरे सत्र में 110 परीक्षार्थी फर्जी दस्तावेज समेत अनुचित साधनों का इस्तेमाल करते पाए गए जिसके कारण उनके परिणाम घोषित नहीं किए गए।
एनटीए के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘इन परीक्षार्थियों के अलावा 23 अभ्यर्थियों के परिणाम उनकी तस्वीरों, बायोमीट्रिक विवरण या पहचान के सत्यापन संबंधी अन्य व्यक्तिगत जानकारी में विसंगतियों के कारण रोक दिए गए हैं। इन परीक्षार्थियों को अपने परिणाम घोषित करने के लिए एक निर्दिष्ट तिथि के भीतर एनटीए को एक राजपत्रित अधिकारी द्वारा विधिवत सत्यापित अपनी तस्वीरों का वैध प्रमाण प्रदान करने के लिए कहा गया है।’’