सूरत : अवैध बांग्लादेशियों पर कसा शिकंजा: गृह राज्य मंत्री ने दी दो दिन में सरेंडर की चेतावनी
अहमदाबाद और सूरत में 1000 से अधिक बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, मादक पदार्थ तस्करी और आतंकवाद से संबंध के खुलासे ने बढ़ाई चिंता
सूरत : गुजरात पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाते हुए अहमदाबाद और सूरत में कुल 1024 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस ऐतिहासिक ऑपरेशन के तहत अहमदाबाद से 890 और सूरत से 134 बांग्लादेशियों को पकड़ा गया। पुलिस की टीमें रातभर अलर्ट पर रहीं और पूरी सतर्कता के साथ इस अभियान को अंजाम दिया गया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ये बांग्लादेशी नागरिक पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में घुसे थे और फर्जी दस्तावेज तैयार कर विभिन्न राज्यों में रह रहे थे। जांच में यह भी सामने आया कि इनमें से कई मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पहले पकड़े गए चार बांग्लादेशियों के संबंध अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन अलकायदा से पाए गए हैं।
गुजरात के गृह राज्य मंत्री ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा, "गुजरात में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिक अगले दो दिनों के भीतर नजदीकी पुलिस स्टेशन में उपस्थित हों। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो पुलिस उनके घर पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार करेगी।" उन्होंने यह भी कहा कि अवैध नागरिकों को शरण देने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री ने यह कार्रवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक और केंद्र सरकार के निर्देशों के तहत किए गए निर्णयों के आधार पर होने की बात कही। केंद्र ने सभी राज्य सरकारों को भी इस तरह की सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
गुजरात पुलिस द्वारा इस अभियान को योजनाबद्ध ढंग से संचालित किया गया, जिसमें एसीपी, डीसीपी से लेकर पुलिसकर्मी तक पूरी रात डटे रहे। राज्य के गृह मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों ने सूरत और अहमदाबाद पुलिस के कार्य की सराहना की है।
साथ ही, फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज तैयार कर बांग्लादेशी नागरिकों को उपलब्ध कराने वालों की भी पहचान की जा रही है। ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।