सूरत : पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ आक्रोश, सांस्कृतिक रक्षा समिति ने निकाली मौन रैली
500 से अधिक युवाओं ने कैंडल मार्च में लिया हिस्सा, पाकिस्तानी आतंकवादियों की निंदा करते हुए जताया आक्रोश
सूरत। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में भारतीय पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में सूरत की सांस्कृतिक रक्षा समिति द्वारा एक मौन रैली आयोजित की गई। इस रैली के माध्यम से शहीद नागरिकों की आत्मा की शांति के लिए दीप जलाए गए और पुष्पांजलि अर्पित की गई। रैली में युवाओं ने शांतिपूर्वक लेकिन दृढ़ संकल्प के साथ अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
रैली की शुरुआत उधना बमरोली रोड स्वामी विवेकानंद चौक स्थित साई समर्पण से हुई, जो वेलकम पान सेंटर के पास कन्या सुरक्षा सर्कल तक निकाली गई। इस आयोजन में उधना क्षेत्र के स्थानिय पार्षद सोमनाथ मराठे सहित 500 से अधिक युवक-युवतियों ने भाग लिया। सभी ने हाथों में मोमबत्तियां और दीपक लेकर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
सांस्कृतिक रक्षा समिति के अध्यक्ष आशीष सूर्यवंशी ने इस अवसर पर कहा कि, "जिस प्रकार भारत ने पुलवामा हमले का बदला लिया था, उसी प्रकार अब पहलगाम में हुए इस हमले का भी मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।"
उन्होंने सरकार से मांग की कि वह आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए पीओके और कराची पर निर्णायक कार्रवाई करे ताकि पूरी दुनिया भारत की ताकत को पहचाने।
कार्यक्रम के अंत में युवाओं में गहरा आक्रोश देखने को मिला। उन्होंने पाकिस्तानी झंडा जलाकर आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन के दौरान युवाओं ने स्पष्ट किया कि देश की सुरक्षा और सम्मान से कोई समझौता नहीं होगा। यह मौन रैली सूरत के युवाओं की राष्ट्रभक्ति और आतंकवाद के प्रति असहिष्णुता का प्रतीक बनी।