सूरत और तापी के पशुपालकों को सुमुल डेयरी का ऐतिहासिक तोहफा : 120 रुपये प्रति किलोफैट बोनस

74वें वर्ष में सुमुल डेयरी का ऐलान, पशुपालकों को मिलेगा गुजरात में सर्वाधिक दूध मूल्य, साथ ही ब्याजमुक्त ऋण, सौर ऊर्जा और बायोगैस संयंत्र जैसी सुविधाएं भी

सूरत और तापी के पशुपालकों को सुमुल डेयरी का ऐतिहासिक तोहफा : 120 रुपये प्रति किलोफैट बोनस

सूरत। सुमुल डेयरी ने अपने 74वें स्थापना वर्ष के अवसर पर सूरत और तापी जिले के पशुपालकों के लिए 120 रुपये प्रति किलोफैट बोनस की घोषणा की है, जो अपने आप में इतिहास रचने वाला निर्णय है। डेयरी के अध्यक्ष मानसिंहभाई पटेल की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया, जो पूरे गुजरात राज्य में सर्वाधिक दूध मूल्य प्रदान करने की योजना का हिस्सा है।

नवीन योजना के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में सुमुल डेयरी दूध का औसत मूल्य 966.40 रुपये, बीसीयू फैट किराया 32 रुपये, और लाभांश 1.60 रुपये मिलाकर पशुपालकों को प्रति किलोफैट 1000 रुपये की दर से भुगतान करेगी।

पिछले पांच वर्षों में, सुमुल डेयरी ने सूरत और तापी जिलों में 33.44% की वृद्धि के साथ दूध की खरीद में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।सुमुल की स्थिरता और समृद्धि की दिशा में पहल । पशुपालकों को ब्याज मुक्त पशुधन ऋण उपलब्ध कराया गया। केंद्र सरकार की स्वच्छ ऊर्जा योजना के तहत डेयरियों पर सौर पैनल लगाए गए।

6543 परिवारों के लिए फेमिली साइज बायोगैस संयंत्र स्थापित किए गए, जिससे रोज़ाना 327 मीट्रिक टन गोबर प्रबंधन और 654 मीट्रिक टन घोल का उत्पादन हो रहा है। पिछले 5 वर्षों में 50 लाख से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण में भी सुमुल ने अहम भूमिका निभाई है।

सुमुल डेयरी को भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय से लेकर आईडीए और एसजीसीसीआई तक विभिन्न संस्थानों से कुल 6 पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।

पशुपालकों के लिए अनूठी सेवाएं दी जा रही है। जिसमें 24 घंटे पशु चिकित्सा सेवा "सुमुल सेतु" और "दूधगंगा" योजनाएं, सहकारी मंडलियों की छतों पर सौर ऊर्जा सिस्टम, छोटी बचत योजनाओं के माध्यम से आयवृद्धि। 

मानसिंहभाई पटेल ने कहा, "सुमुल डेयरी केवल दूध खरीदने और बेचने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह किसानों और पशुपालकों की समृद्धि और आत्मनिर्भरता की ओर एक समर्पित प्रयास है।"

इस ऐतिहासिक फैसले से सूरत और तापी जिलों के लाखों पशुपालकों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा और यह कदम गुजरात के दुग्ध उद्योग में एक नई मिसाल के रूप में देखा जा रहा है।

 

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