सूरत : एसजीसीसीआई ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की, व्यापार और पर्यटन पर असर पर जताई चिंता
चैंबर अध्यक्ष विजय मेवावाला ने सरकार से आतंकवाद की पुनरावृत्ति रोकने और प्रभावित उद्योगों के लिए राहत की मांग की
सूरत। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकवादी हमले को लेकर दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) ने गहरी चिंता जताई है और इस अमानवीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की है। चैंबर के अध्यक्ष विजय मेवावाला ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि यह घटना मानवता के विरुद्ध अपराध है और इससे देश की शांति, स्थिरता एवं आर्थिक प्रगति पर प्रतिकूल असर पड़ा है।
एसजीसीसीआई अध्यक्ष विजय मेवावाला ने कहा कि पहलगाम जैसा शांतिपूर्ण और पर्यटक-आकर्षक स्थल, जो हर वर्ष लाखों पर्यटकों का स्वागत करता है, अब इस प्रकार की हिंसा के कारण असुरक्षा के वातावरण में है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी घटनाएं स्थानीय व्यापार, होटल इंडस्ट्री, हस्तशिल्प, लघु उद्योगों और पर्यटन क्षेत्र को गहरी चोट पहुंचाती हैं।
सरकार से अपील करते हुए चैंबर ने मांग की है कि आतंकवादी गतिविधियों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाए जाएं, पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था सख्त की जाए, प्रभावित व्यापारियों और उद्योगों को नीति आधारित राहत पैकेज दिया जाए।
मेवावाला ने कहा कि चैंबर जम्मू-कश्मीर के लोगों की शांति, एकता और सहिष्णुता की भावना का सम्मान करता है और ऐसी घटनाओं को भारत के संवैधानिक मूल्यों और सामाजिक सौहार्द के खिलाफ बताया।
इस आतंकवादी हमले में सूरत के वराछा निवासी शैलेश कलथिया सहित 28 पर्यटकों की मृत्यु हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं। चैंबर ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही, दुख की इस घड़ी में शोक-संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।
चैंबर ने यह भी दोहराया कि दक्षिण गुजरात का व्यापारिक समुदाय देश की एकता, शांति और प्रगति के मार्ग पर अडिग रहेगा और ऐसी किसी भी आतंकवादी मानसिकता को कभी सफल नहीं होने देगा।