सूरत के सांसद मुकेश दलाल ने संसद में उठाया हीरा उद्योग का मुद्दा

सूरत के हीरा उद्योग पर संकट, हीरा श्रमिकों की बढ़ती नाराजगी

सूरत के सांसद मुकेश दलाल ने संसद में उठाया हीरा उद्योग का मुद्दा

 सूरत। सूरत के मंदी से जूझ रहे हीरा उद्योग का मामला अब संसद तक पहुंच गया है। शून्यकाल के दौरान सूरत के सांसद मुकेश दलाल ने हीरा श्रमिकों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया और सरकार से इस संकट को दूर करने की अपील की।

सूरत विश्व का हीरा हब है, लेकिन मौजूदा आर्थिक मंदी ने इसे बुरी तरह प्रभावित किया है। युद्ध जैसी वैश्विक परिस्थितियों के कारण हीरा व्यापारियों के पास अरबों डॉलर का माल बिना बिके पड़ा हुआ है। इस संकट के कारण 20 से 25 लाख हीरा श्रमिक बेरोजगारी के कगार पर हैं। हीरा श्रमिकों को अपने परिवार का भरण-पोषण करना भी मुश्किल हो रहा है।

सांसद मुकेश दलाल की मांग है कि राज्य सरकार को वरिष्ठ मंत्री की अध्यक्षता में समीक्षा समिति गठित करनी चाहिए। हीरा उद्योग और रत्न कारीगरों के लिए विशेष वित्तीय सहायता योजना लागू की जाए। इस कठिन समय में सरकार को हस्तक्षेप कर श्रमिकों की समस्याओं का समाधान निकालना चाहिए।

30 मार्च को सूरत में हीरा श्रमिकों की हड़ताल और एकता रैली प्रस्तावित है। श्रमिक संघों का कहना है कि सरकार जल्द ठोस कदम उठाए, वरना आंदोलन और तेज किया जाएगा। हीरा श्रमिक संघ के उपाध्यक्ष भावेश टांक ने भी वेतन वृद्धि और सरकारी राहत पैकेज की मांग की है।

सांसद मुकेश दलाल की इस अपील पर सरकार का क्या रुख रहेगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। क्या सरकार समीक्षा समिति बनाएगी?
क्या आर्थिक पैकेज दिया जाएगा? 

हीरा उद्योग सूरत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, और यदि सरकार समय पर ठोस कदम नहीं उठाती, तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।

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