महाकुंभ के दौरान 16,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन हुआ- रेल मंत्री

महाकुंभ के दौरान 16,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन हुआ- रेल मंत्री

प्रयागराज (उप्र), 27 फरवरी (भाषा) प्रयागराज महाकुंभ के समापन के अगले दिन रेल कर्मियों का अभिनंदन करने यहां पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि महाकुंभ के दौरान 13,000 ट्रेनें चलाने की योजना थी, लेकिन 16,000 से अधिक ट्रेनें चलाई गईं।

वैष्णव ने उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर), पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) और उत्तर रेलवे के अंतर्गत आने वाले विभिन्न स्टेशनों का दौरा किया और जमीनी स्तर पर परिचालन का आकलन किया।

रेल मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, प्रयागराज दौरा में रेल मंत्री ने इस वृहद आयोजन (महाकुंभ) में श्रद्धालुओं की भीड़ प्रबंधन में अहम भूमिका निभाने वाले प्रत्येक रेलकर्मी से मुलाकात कर उनके कार्यों की सराहना की।

उन्होंने कहा, “भीड़ प्रबंधन में आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल), जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) और पुलिसकर्मियों की मदद करने वाले रेल कर्मी से लेकर निर्बाध ढंग से रेल परिचालन सुनिश्चित करने वाले इंजीनियर और सफाईकर्मी से लेकर डॉक्टर तक ने इस आयोजन में बड़ी भूमिका निभाई है।”

रेल मंत्री ने टीटीई, लोको पायलट (चालक), सहायक स्टेशन मास्टर, कंट्रोल अधिकारियों, ट्रैकमेन और रेलवे प्रशासकों का आभार प्रकट किया जिनके समन्वित प्रयासों से श्रद्धालुओं को उनके गंतव्यों तक पहुंचाने में मदद मिली।

यहां संवाददाताओं से बातचीत में रेल मंत्री ने कहा, “16,000 से अधिक ट्रेनों के जरिए 4.5 से 5 करोड़ यात्रियों को महाकुंभ लाया गया और उन्हें उनके गंतव्यों तक पहुंचाया गया। मैंने सभी रेलकर्मियों को धन्यवाद देना चाहूंगा जिन्होंने एक होकर काम किया।”

उन्होंने कहा, “इस महाकुंभ की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि राज्य और केंद्र के सभी विभागों और रेलवे के कर्मचारियों ने एक होकर काम किया। इसी तरह हम सभी एक हो जाएं तो कोई हमें हरा नहीं सकता।”

रेल मंत्री ने कहा, “पिछले कुंभ (2019) में हमने करीब 4,000 ट्रेनें चलाई थीं और इस बार उससे तीन गुना से अधिक ट्रेनें चलाने की योजना थी, जबकि चार गुना ट्रेनें चलाई गईं। इसके लिए ढाई साल पहले से काम किया जा रहा था।”

उन्होंने कहा, “इन ट्रेनों में 7,667 स्पेशल ट्रेनें और 9,485 नियमित ट्रेनें शामिल रहीं जिससे श्रद्धालु सकुशल अपने गंतव्यों तक पहुंच सके। महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए जिसमें से 4.24 करोड़ श्रद्धालुओं ने प्रयागराज के नौ प्रमुख रेलवे स्टेशनों से यात्रा की।”

वैष्णव ने कहा, “इस महाकुंभ के लिए करीब 5,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया और 21 से अधिक फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए गए जिसमें गंगा नदी पर नये पुल का निर्माण शामिल है। साथ ही हर स्टेशन पर होल्डिंग एरिया बनाए गए और यात्रियों के लिए उचित व्यवस्था की गई।”

उन्होंने कहा, “इस दौरान नए तरीके के फुटओवर ब्रिज बनाए गए। रेलवे ने यात्रियों को ध्यान में रखकर हर तरह की व्यवस्थाएं की। (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी जी ने हमें सिखाया है कि हमें श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं कहनी चाहिए, बल्कि श्रद्धालु और भक्त कहना चाहिए और उनकी श्रद्धा और भक्ति में सहयोग देने की बात करनी चाहिए।”

रेल मंत्री ने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया।