सूरत : एमएसएमई कानून से कपड़ा कारोबार प्रभावित, इस वर्ष व्यापार 25 से 30 प्रतिशत कम होने की संभावना
एसएमए की साप्ताहिक मीटिंग में बाहर के व्यापारियों के साथ सूरत में होने वाली धोखाधड़ी रोकने पर बनी सहमति
सूरत मर्कनटाइल एसोसिएशन की 193वीं नियमित साप्ताहिक समस्या समाधान मीटिंग का आयोजन व्यापारी भाईयों की निःस्वार्थ सेवा में 16 फरवरी 2025 रविवार को प्रातःकाल 9.30 से 10.30 बजे तक माहेश्वरी भवन,बोर्ड रुम पहला माला सीटी लाइट सूरत के प्रांगण में "एसएमए" प्रमुख नरेन्द्र साबू व उनकी पूरी पंच पैनल एवं कोर कमेटी टीम की अगुवाई में आयोजित की गई। मीटिंग में 112 व्यापारी भाईयों की सादर उपस्थिति रही और 30 आवेदन पत्र समस्या समाधान हेतु पर सुनवाई हुई, जिसमें से 2 आवेदन का समाधान तुरंत बातचीत द्वारा किया तथा शेष आवेदनों को पंच पैनल एवं लीगल टीम को सौंप दिये गये हैं जो की समयानुसार समाधान प्रक्रिया में आ जायेंगे।
मीटिंग में जो मुख्य बात हुई उसमें पांडेसरा के प्रोसेस हाउस का मार्केट की पार्टियों में लगभग 2 करोड रुपए से ऊपर बकाया है उसका आवेदन आया तथा सारोली विस्तार की मार्केट की एक पार्टी जिनका गारमेंट्स का बड़ा व्यापार है उनका मुंबई और उसके आसपास की मंडियों में लगभग ढाई करोड़ रुपये बकाये का आवेदन आया है। दोनों आवेदनों की जानकारी होने पर मीटिंग में आए व्यापारी भाई चिंतित हो गए। संगठन ने दोनों व्यापारी भाइयों को आश्वासन दिया है कि संगठन उनके साथ है आपको हर सम्भव सहायता दी जायेगी।
व्यापारियों की मीटिंग के अंत में निष्कर्ष निकला कि व्यापार अभी बहुत ही विषम परिस्थिति में चल रहा है। पिछले फाइनेंशियल ईयर के मुकाबले इस साल व्यापार 25 से 30 प्रतिशत नीचे रहने की संभावना है। व्यापारी भाइयों ने बताया कि आप इससे अनुमान लगा सकते हैं रिंग रोड पर जो होर्डिंग लगे रहते हैं 90 प्रतिशत होर्डिंग खाली हो गए हैं कोई विज्ञापन करने को तैयार नहीं है। पोंगल और क्रिसमस की ग्राहकी फेल होने से दक्षिण भारत के व्यापारी परेशान थे और उत्तरायण के बाद नॉर्थ इंडिया का व्यापार भी नहीं चला उससे व्यापारी काफी हतोत्साहित है और परेशान है। व्यापार में मंदी के लिए एमएसएमई कानून मुख्य रुप से जवाबदार है। जिसकी वजह से व्यापार पूरा स्लो डाउन हो गया है। कोई भी व्यापारी 31 मार्च के पहले नया माल लेने को तैयार नहीं है।
सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन के पास रोजाना 7 से 8 आवेदन दूसरे शहरों से आए हुए व्यापारियों के आ रहे हैं जो सूरत आकर नगद में माल खरीदते हैं। सूरत के व्यापारी उनको महंगा माल दिखाकर सस्ता माल पैक कर देते हैं और सस्ते रेट बोलकर जैसे की 45 रुपए की साड़ी या रू.50 की साड़ी बोलकर एकदम कटा फटा रिजेक्ट माल दे देते हैं, जिससे सूरत की गुडविल बहुत खराब हो रही है। सूरत स्टेशन पर जैसे ही व्यापारी उतरता है ऑटो रिक्शा वाले अपने 5 से 10 प्रतिशत कमीशन के लालच में सूरत टेक्सटाइल मार्केट और सोशियो सर्कल ले जाते हैं, जहां पर कुछ व्यापारी इस तरह का गलत काम कर रहे हैं। इन मार्केट के आजू-बाजू डेढ़ सौ से 200 दलाल इस तरह गलत काम में सहयोग कर रहे हैं, जिससे आम जनता काफी परेशान है। व्यापारियों में राय बनी ताकि इसका रास्ता निकालकर ठगी रोका जा सके। तमिलनाडु के दो व्यापारी परिवारों के साथ चीटिंग की घटना हो गई थी।
सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन ने रु.7,50,000/= दोनों व्यापारियों को वापस दिलवाया है। संगठन की जानकारी में आया है कि किस तरीके से सूरत में व्यापारी प्रथम बार माल खरीदने आते हैं उनके साथ क्या घटनाक्रम हो रहा है। मीटिंग का समापन स्वादिष्ट शानदार अल्पाहार के साथ सम्पन्न हुआ। मीटिंग में "एसएमए" परिवार के राजीव उमर, राजकुमार चिरानिया, दुर्गेश टिबडेवाल, मनोज अग्रवाल, राजेश गुरनानी, रामकिशोर बजाज, संजय अग्रवाल, बसंत माहेश्वरी, अरविंद जैन, केवल भाई असीजा आदि सदस्यों की सादर उपस्थिति रही।