सूरत : 15 फरवरी से हेलमेट बिना सवारी न करें, चालान कटना तय है!
सूरत। शहर में 15 फरवरी से टू-व्हीलर चालकों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा। सरकार की ओर से ट्राफिक पुलिस को आदेश दिया गया है कि इस नियम का सख्ती से पालन कराया जाए और उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाए। बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए ट्राफिक विभाग ने भी बिना हेलमेट सवारी करने वालों पर सख्ती करने की ठान ली है। हेलमेट ना पहनने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में गंभीर चोटें और मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसे रोकने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह अनिवार्यता लागू की जा रही है।
बीते दिनों ट्राफिक पुलिस और विभिन्न व्यापारिक संगठनों ने मिलकर हेलमेट जागरूकता अभियान भी चलाया जिसमें व्यापारियों और कर्मचारियों को फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (फोस्टा) के सहयोग से 13 फरवरी को 1350 हेलमेट भी बाटें गए।
हेलमेट की बिक्री में बढ़ोतरी
हेलमेट अनिवार्य होने की खबरों के बाद शहर में हेलमेट की बिक्री में बढ़ोतरी देखने को मिली है। बाजार में लोकल और सर्टिफाइड हेलमेट दोनों की बिक्री बढ़ी है। वेसू स्थित गियर अप स्टोर के कर्ताधर्ता आनंदभाई ने बताया कि आम दिनों मे जहाँ हलमेट के लिए एक या दो ग्राहक आते थे, वहीं पिछले दिनों में यह संख्या बढ़कर 50 से 100 हो गई है। हालांकि आश्चर्य की बात यह है कि BIS और ISI प्रमाणित हेलमेट की तुलना में लोग सस्ते और लोकल हेलमेट ज्यादा खरीद रहे हैं क्योंकि वे कम कीमत पर उपलब्ध हैं। हालांकि आनंदभाई बताते हैं कि बिना मान्यता प्राप्त हेलमेट से दुर्घटनाओं में सुरक्षा की संभावना कम होती है।
सुरक्षा या सिर्फ चालान से बचाव?
ऐसे में सवाल यह उठता है कि लोग इसे सुरक्षा के लिए खरीद रहे हैं या सिर्फ चालान से बचने के लिए? हेलमेट विक्रेता और ग्राहकों से बातचीत करने पर सामने आया कि अधिकांश लोग केवल पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए हेलमेट खरीद रहे हैं, न कि अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए।
जेन-z की पसंद: स्टाइलिश हेलमेट
जहाँ मिलेनियल की पसंद सधारण काले रंग के हेलमेट हैं, वहीं जेन-z स्टाइलिश और डिजाइनर हेलमेट को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। रंग-बिरंगे, ग्राफिक्स प्रिंटेड और मॉडर्न डिजाइन वाले हेलमेट की मांग तेजी से बढ़ी है। आनंदभाई के अनुसार युवाओं को सुरक्षा के साथ-साथ फैशन भी पसंद है, इसलिए वे ट्रेंडी हेलमेट चुन रहे हैं।